पत्थरबाजों पर भड़के आर्मी चीफ बिपिन रावत, कहा- जिनकी वजह से जवान शहीद हो उन्हें कैसे न मानें आतंकी

आर्मी चीफ आज 72वें पैदल सेना (Infantry Day) दिवस के मौके पर अमर जवान ज्योति पहुंचे और शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वह मीडिया से मुखातिब हुए और पाकिस्तान पर भी जमकर निशाना साधा.

आर्मी चीफ आज 72वें पैदल सेना (Infantry Day) दिवस के मौके पर अमर जवान ज्योति पहुंचे और शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वह मीडिया से मुखातिब हुए और पाकिस्तान पर भी जमकर निशाना साधा.

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vineet kumar1
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पत्थरबाजों पर भड़के आर्मी चीफ बिपिन रावत, कहा- जिनकी वजह से जवान शहीद हो उन्हें कैसे न मानें आतंकी

आर्मी चीफ अध्यक्ष बिपिन सिंह रावत

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पथराव के दौरान सर पर चोट लगने से जख्मी जवान का शुक्रवार को निधन हो गया। जिसके बाद आज थलसेना अध्यक्ष बिपिन सिंह रावत ने लोगों के प्रति अपनी नाराजगी जताई है. थलसेना अध्यक्ष ने कहा कि पत्थरबाजों के हमले से एक जवान शहीद हो गया और तब भी लोग कहते हैं कि पत्थरबाजों को आतंकियों का सहयोगी (ओवर ग्राउंड वर्कर्स) न समझा जाए.

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आर्मी चीफ आज 72वें पैदल सेना (Infantry Day) दिवस के मौके पर अमर जवान ज्योति पहुंचे और शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वह मीडिया से मुखातिब हुए और पाकिस्तान पर भी जमकर निशाना साधा. 

पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए बिपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तान अच्छे से जानता है कि अपने मंसूबों में वह कभी सफल नहीं हो सकता इसीलिए वह आंतक के रास्ते को अपनाए हुए है. 

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उन्होंने कहा, 'आतंक उनके लिए दूसरा रास्ता है ताकि मुद्दा गरम रहे। वह कश्मीर में विकास को रोकना चाहते हैं लेकिन भारतीय सेना इन सबका जवाब देने के लिए मजबूत है और हम अलग-अलग ऑपरेशन चलाने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।' 

गौरतलब है कि गुरुवार को सिपाही राजेंद्र सिंह त्वरित प्रतिक्रिया टीम (Quick response team) का हिस्सा थे, जो सीमा सड़क संगठन(बीआरओ) को सुरक्षा मुहैया करा रही थी।

इस दौरान जब टीम अनंतनाग बाइपास के पास से शाम 6 बजे गुजर रहा था तभी कुछ युवकों ने वाहन पर पथराव किया। इस दौरान सिपाही राजेंद्र सिंह के सर पर एक पत्थर लगा और वो घायल हो गए. उन्हें प्राथमिक उपचार मुहैया कराया गया और सेना के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन शुक्रवार को उनका निधन हो गया।

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राजेंद्र सिंह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बेदाना गांव के रहने वाले थे। वह 2016 में सेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में माता-पिता हैं।

Source : News Nation Bureau

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