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किसान मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को मिला देश के उद्योगपति का समर्थन, कही ये बड़ी बात

उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल देश में हुए टिड्डियों के हमले के बाद पीएम मोदी काफी परेशान हो गए थे.

Updated on: 07 Feb 2021, 10:48 AM

highlights

  • किसान मामले में पीएम मोदी को मिला समर्थन
  • उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने की पीएम की तारीफ
  • किसान आंदोलन पर भारत की छवि बिगाड़ने की हो रही है कोशिश

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार 74वें दिन भी जारी है. किसान संगठन कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि सरकार अब कानून वापस लेने की स्थिति में नहीं है. कृषि कानूनों के विरोध में देश के कई किसान संगठनों ने शनिवार को देशव्यापी चक्का जाम किया और अपना विरोध दर्ज कराया. देश का एक बड़ा तबका केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का समर्थन कर रहा है तो एक तबका ऐसा भी है जो इसके विरोध में हैं. कृषि कानूनों को लेकर पंजाब के ज्यादातर सेलेब्रिटी किसानों के साथ खड़े हैं और सरकार का विरोध कर रहे हैं.

दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डरों पर चल रहे किसानों के आंदोलन को अभी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी मिला. किसान को समर्थन देने वाली अंतरराष्ट्रीय सेलेब्रिटीज असल में देश विरोधी ताकतों का ही एक हिस्सा हैं जो दुनियाभर में भारत की छवि खराब करना चाहते हैं. पॉप सिंगर रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, पूर्व पॉर्न स्टार मियां खलीफा और अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस भी भारत की छवि को बिगाड़ने का काम कर रही हैं. कमला हैरिस एक के बाद एक लगातार ट्वीट कर किसानों के समर्थन में भारत की छवि खराब करने की कोशिश कर रही हैं.

इसी बीच भारत के एक उद्योगपति ने किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है. वेदांता रिसोर्सेस लिमिटेड (Vedanta Resources Limited) के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए ट्विटर पर अपनी बातें रखी हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ''हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लिए किसान सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं और वे हमेशा यही सोचते हैं कि किसानों की मदद कैसे की जाए. पिछले साल देश में हुए टिड्डी दलों के हमले से जुड़ा एक किस्सा मुझे याद है. पीएम मोदी कई रातों तक नहीं सोए थे और टिड्डियों के हमले का समाधान ढूंढने के लिए दुनियाभर में बातें कर रहे थे. उन्होंने मशीनों को एयरलिफ्ट करने पर जोर दिया ताकि यूके से मशीनों की डिलीवरी तेजी से हो सके. उन्होंने तब तक आराम नहीं किया जब तक कोई समाधान नहीं निकल गया.''