पाकिस्तान से निपटने के लिए सिंधु नदी की 3 परियोजनाओं में तेजी लाएगा भारत

उनमें से एक ने कहा, 'यह (तीन) परियोजनाएं लाल फीताशाही और अंतरराज्यीय विवादों में उलझी थीं. लेकिन अब इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने का फैसला किया गया है.'

उनमें से एक ने कहा, 'यह (तीन) परियोजनाएं लाल फीताशाही और अंतरराज्यीय विवादों में उलझी थीं. लेकिन अब इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने का फैसला किया गया है.'

author-image
vineet kumar1
एडिट
New Update
पाकिस्तान से निपटने के लिए सिंधु नदी की 3 परियोजनाओं में तेजी लाएगा भारत

पाकिस्तान से निपटने के लिए सिंधु नदी की 3 परियोजनाओं में तेजी लाएगा भारत

भारत ने दो बांधों के निर्माण सहित तीन परियोजनाओं पर काम में तेजी लाने का फैसला किया है ताकि पाकिस्तान के साथ हुई सिंधु जल संधि के तहत वह अपने हिस्से के उस पानी को रोक सके जिसका उपयोग नहीं हो रहा. सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इन तीन परियोजनाओं में शाहपुर कांडी बांध परियोजना, पंजाब में दूसरा सतलुज-ब्यास संपर्क और जम्मू-कश्मीर में ऊझ बांध शामिल हैं.

Advertisment

उनमें से एक ने कहा, 'यह (तीन) परियोजनाएं लाल फीताशाही और अंतरराज्यीय विवादों में उलझी थीं. लेकिन अब इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने का फैसला किया गया है.'

और पढ़ें: विदिशा में बोले PM मोदी- मां के बाद अब 30 साल पहले मरे हुए पिता को घसीट रही कांग्रेस

सिंधु जल संधि के तहत सिंधु की तीन सहायक नदियों - सतलुज, ब्यास और रावी से बहने वाला पानी भारत को आवंटित किया गया है जबकि चेनाब, झेलम और सिंधु के जल को पाकिस्तान को आवंटित किया गया है. कुल 16.8 करोड़ एकड़ फीट में से भारत के हिस्से में आवंटित नदियों का पानी 3.3 करोड़ एकड़ फीट पानी है, जो लगभग 20 प्रतिशत है.

और पढ़ें: हिमाचल प्रदेश : खाई में गिरी पर्यटक बस, 9 की मौत 21 जख्मी 

एक अधिकारी ने कहा, 'भारत सिंधु जल संधि के तहत अपने हिस्से का करीब 93-94 फीसदी पानी इस्तेमाल करता है. बाकी पानी का कोई इस्तेमाल नहीं होता और यह पाकिस्तान चला जाता है.'

Source : News Nation Bureau

Indus Waters Treaty Kathua district Jhelum river Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana Chenab River
Advertisment