Advertisment

'हिंद प्रशांत क्षेत्र' के इस्तेमाल पर अमेरिका ने कहा, एशिया में भारत की अहमियत बढ़ी

अमेरिका अब एशिया में भारत के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एशियाई प्रशांत क्षेत्र (एशिया पेसेफिक) की जगह हिंद प्रशांत क्षेत्र शब्द का इस्तेमाल करने लगा है।

author-image
kunal kaushal
एडिट
New Update
'हिंद प्रशांत क्षेत्र' के इस्तेमाल पर अमेरिका ने कहा, एशिया में भारत की अहमियत बढ़ी

नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)

Advertisment

अमेरिका अब एशिया में भारत के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एशियाई प्रशांत क्षेत्र (एशिया पेसेफिक) की जगह हिंद प्रशांत क्षेत्र शब्द का इस्तेमाल करने लगा है।

अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने इसकी वजह भी बताई है। अमेरिकी व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, हिंद प्रशांत क्षेत्र शब्द का इस्तेमाल भारत के बढ़ते प्रभाव और अहमियत को बताने के लिए किया गया है। अमेरिकी सरकार के अधिकारी के मुताबिक भारत से अमेरिकी के मजबूत संबंध है जो लगातार और आगे बढ़ रहे हैं।

राष्ट्रपति ट्रंप के एशियाई देशों के 12 दिनों के लंबे दौरे पर निकलने और जापान पहुंचने के बाद राजधानी टोक्यो में व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा, 'भारत प्रशांत मुक्त समुद्री साझा हित की अहमियत को समझता है जो इस इस क्षेत्र में सुरक्षा और समृद्धि को आगे भी बरकरार रखेगा।'

हालांकि जब अमेरिकी अधिकारी से पूछा गया कि एशियाई क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए तो अमेरिका ने इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। इस पर अधिकारी ने कहा, 'इसका मकसद चीन को रोकना नहीं है। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जापान के अलावा दक्षिण कोरिया, चीन, वियतनाम और फिलीपींस जैसे एशियाई देशों का भी दौरा करेंगे।'

हिंद प्रशांत क्षेत्र के इस्तेमाल को लेकर अमेरिकी अधिकारी ने जोर देकर कहा हिंद प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका एक ताकत है और इस क्षेत्र में अमेरिका के मुक्त व्यापार को बनाए रखने पर ही समृद्धि और सुरक्षा निर्भर है।

व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा, अमेरिका एक मुक्त और खुला हुआ हिंद प्रशांत क्षेत्र में विश्वास रखता है ताकि यहां हमेशा स्थिरता बनी रहे।

अमेरिकी अधिकारी ने दोहराया कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में नैविगेशन की आजादी, मार्केट उपलब्ध कराने का अधिकार और मुक्त बाजार यहां समृद्धि के लिए बेहद जरूरी है।

ये भी पढ़ें: पैराडाइज पेपर्स खुलासा में मंत्री जयंत सिन्हा से लेकर अमिताभ तक के नाम शामिल, बढ़ेगी मुश्किलें

अमेरिकी अधिकारी से भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के बीच चल रही रणनीतिक बातचीत को चीन को रोकने का प्रयास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, यह चीन को रोकने का प्रयास नहीं है।

अमेरिकी अधिकारी ने पत्रकारों से कहा, 'जापान, ऑस्ट्रेलिया या अमेरिका का भारत के साथ कोई सामरिक गठबंधन नहीं है। अधिकारी के मुताबिक दुनिया की आधी आबादी इस क्षेत्र में रहती है और यहां की अर्थव्यवस्था दुनिया में एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा को कवर करती है। इस क्षेत्र में भारत का महत्व बढ़ा है और वो महत्वपूर्ण सुरक्षा साझेदार है।'

अमेरिकी अधिकारी ने कहा हिंद प्रशांत क्षेत्र के पूरब में अमेरिका तो पश्चिम में भारत बसा हुआ है।

ये भी पढ़ें: कश्मीर पर केंद्र के प्रतिनिधि से बात नहीं करेंगे अलगाववादी, आज से शुरू होगी बातचीत

Source : News Nation Bureau

Indo Pacific Trump Administration india us relation
Advertisment
Advertisment
Advertisment