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स्वदेशी आकाश और रूसी इगला रक्षा मिसाइलों का किया गया अभ्यास, जानें क्यों

आंध्र प्रदेश के सूर्यलंका में भारतीय वायुसेना स्टेशन पर स्वदेशी आकाश और रूसी इगला रक्षा मिसाइलों का परीक्षण करने पर बड़े पैमाने पर अभ्यास किया गया.

Updated on: 02 Dec 2020, 10:46 PM

नई दिल्ली :

आंध्र प्रदेश के सूर्यलंका में भारतीय वायुसेना स्टेशन पर स्वदेशी आकाश और रूसी इगला रक्षा मिसाइलों का परीक्षण करने पर बड़े पैमाने पर अभ्यास किया गया. वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा के मौजूदगी में आकाश और इगला रक्षा मिसाइलों का हवाई अभ्यास किया गया. 
 
आईएएफ (IAF) के वाइस चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा ने 1 दिसंबर को एयरफोर्स स्टेशन सूर्यलंका में कंबाइंड गाइडेड वेपंस फायरिंग 2020 के एक हिस्से के रूप में सर्फेस टू एयर गाइडेड वेपन फायरिंग देखी.
 
अभ्यास 23 नवंबर से 2 दिसंबर तक किया गया. रूसी लघु-रेंज इगला मिसाइलों के साथ स्वदेशी आकाश मिसाइल प्रणाली का भी अभ्यास किया गया. जहां देश को COVID-19 महामारी की अभूतपूर्व चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, वहीं भारतीय वायुसेना मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर नजर रखने के साथ अपनी संचालन क्षमताओं को जारी रखना चाहती है.
 
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अधिकारियों को संबोधित करते हुए एचएस अरोड़ा ने वायुसेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड महामारी के बीच सावधानी के साथ इसका आयोजन किया गया. यह बेहद ही सराहनीय है. इसके साथ ङी उन्होंने सभी वायु सेना के जवानों से किसी भी उभरते परिचालन परिदृश्य के लिए संयुक्त गाइडेड हथियार फायरिंग (CGWF) 2020 में सीखे गए सभी पाठों को लागू करने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया.