भारत के टीकाकरण सर्टिफिकेट को पांच और देशों ने मान्यता प्रदान की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (Arindam Bagchi) ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. मान्यता मिलने के बाद भारत की बायोटेक कंपनी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यह उनके स्टॅाफ की बड़ी जीत है. हमारे टीकाकरण सर्टिफिकेट के इससे पहले भी कई देश मान्यता दे चुके हैं. आपको बता दें कि एस्टोनिया,किर्गिस्तान, फिलिस्तीन, मॉरीशस और मंगोलिया ने वेक्सीनेशन टीकारण को आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान की है. इससे पहले भी बागची ने एक ट्वीट में कहा है कि पांच और देशों ने भारत के टीकाकरण प्रमाणपत्र को मान्यता दिया है.ट
इससे पहले भारत बायोटेक ने एक ट्वीट में कहा, हमने एक और मुकाम हासिल किया है, कोवैक्सीन को हंगरी में जीएमपी प्रमाणपत्र दिया गया. यह यूरोपीय नियामकों से भारत बायोटेक को मिला पहला ईयूड्रैगडीएमपी अनुपालन प्रमाणपत्र है. ट्विटर पर डाले गए एक नोट में कहा गया कि हंगरी के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड न्यूट्रिशन ने कोवैक्सीन के विनिर्माण के लिए जीएमपी प्रमाणपत्र दिया है. भारत बायोटेक ने कहा कि जीएमपी प्रमाण पत्र अब ईयूड्रैगडीएमपी डेटाबेस में सूचीबद्ध है, जो विनिर्माण प्राधिकरणों के यूरोपीय समुदाय के रिकॉर्ड और अच्छे विनिर्माण अभ्यास के प्रमाण पत्र का संग्रह है.
बागची ने ट्वीट के माध्यम से खुशी जाहिर करते हुए लिखा है कि भारतीय टीकाकरण प्रमाणपत्र को एस्टोनिया,किर्गिस्तान, फिलिस्तीन, मॉरीशस और मंगोलिया ने भी अपनी मान्यता प्रदान की है. ये देश के लिए बड़ी बात है. साथ ही हमारे वैज्ञानिक इसके लिए बधाई के पात्र हैं.
HIGHLIGHTS
- एस्टोनिया,किर्गिस्तान, फिलिस्तीन, मॉरीशस और मंगोलिया देशों ने दी मान्यता
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट के माध्यम से दी जानकारी
- इससे पहले भी कई देश दे चुके हैं वेक्सीनेशन प्रमाणपत्र को मान्यता
Source : News Nation Bureau