logo-image

पंचतत्व में विलीन हुए 'रफ्तार के सरदार' मिल्खा सिंह

मिल्खा सिंह ( Milkha Singh ) : भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का निधन हो गया है. उन्होंने शुक्रवार रात अंतिम सांस ली. वह 91 साल के थे.

Updated on: 19 Jun 2021, 05:46 PM

highlights

  • भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का निधन
  • इलाज के दौरान शुक्रवार देर रात निधन हुआ
  • राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी ने दुख जताया

नई दिल्ली:

भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का निधन हो गया है. उन्होंने शुक्रवार रात अंतिम सांस ली. वह 91 साल के थे. 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह कोविड-19 के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई के बाद विजेता के रूप में सामने आए थे. बुधवार को उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था. पूर्व एथलीट को एक हफ्ते तक मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में इलाज के बाद ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट के बाद 3 जून को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान शुक्रवार देर रात उनका निधन हो गया. आपको बता दें कि मिल्खा सिंह के परिवार में तीन बेटियां डॉ मोना सिंह, अलीजा ग्रोवर, सोनिया सांवल्का और बेटा जीव मिल्खा सिंह हैं. गोल्फर जीव, जो 14 बार के अंतरराष्ट्रीय विजेता हैं, भी अपने पिता की तरह पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं. मिल्खा सिंह के निधन से उनके परिवार के साथ देश में उनके चाहने वालों में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर तमाम राजनैतिक दलों के नेताओं ने दुख जताया है.

Flying Sikh Milkha Singh Latest News Updates:-

पंचतत्व में विलीन हुए 'रफ्तार के सरदार' मिल्खा सिंह

नम आंखों से मिल्खा सिंह को विदाई दे दी गई है.

मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ में हो रहा है

पूर्व धावक MilkhaSingh का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ के मटका चौक स्थित श्मशान घाट में किया जा रहा है. केंद्रीय खेल मंत्री कि रेन रिजिजू, पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह उपस्थित लोगों में शामिल हैं.

मिल्खा सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करेगी पंजाब सरकार

- पूर्व भारतीय धावक मिल्खा सिंह का पंजाब सरकार राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करेगी. साथ ही पंजाब में सम्मान के तौर पर एक दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसकी घोषणा की है.

3 बजे अंतिम दर्शन और 5 बजे होगा मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार

- फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के पार्थिव शरीर को दोपहर 3 बजे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. इसके बाद चंडीगढ़ में शाम 5 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा.

नीतीश कुमार ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया

- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा. उनके निधन से खेल जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें.'

राहुल गांधी ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताया

- राहुल गांधी ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'मिल्खा सिंह जी न केवल एक स्पोर्ट्स स्टार थे बल्कि अपने समर्पण और लचीलेपन के लिए लाखों भारतीयों के लिए प्रेरणा के स्रोत थे. उसके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं.'

खेल जगत में भी शोक की लहर

- मिल्खा सिंह के निधन पर खेल जगत में भी शोक की लहर है. सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, गौतम गंभीर, वेंकटेश प्रसाद, रितु फोगाट, सानिया मिर्जा, आरपी सिंह समेत तमाम खिलाड़ियों ने दुख व्यक्त किया है.

बॉलीवुड में शोक की लहर

- मिल्खा सिंह के निधन से बॉलीवुड में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी है. अक्षय कुमार, शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा, सनी देओल, तापसी पन्नू, जावेद जाफरी, मधुर भंडारकर समेत तमाम बॉलीवुड दिग्गजों ने शोक जताया है.

योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया

- यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, 'सुविख्यात धावक, 'पद्मश्री' से सम्मानित 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह जी का निधन खेल जगत की अपूरणीय क्षति है. उनका जीवन राष्ट्र के लिए अप्रतिम प्रेरणा है. प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परम धाम में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.'

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया ट्वीट

- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, 'स्पोर्टिंग आइकन मिल्खा सिंह के निधन से मेरा दिल दुख से भर गया है. उनके संघर्षों की कहानी और चरित्र की ताकत भारतीयों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी. उनके परिवार के सदस्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.'

मोदी ने मिल्खा सिंह के निधन पर जताय शोक

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिल्खा सिंह के निधन के बाद ट्वीट कर कहा, 'मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया, जिसने देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया और अनगिनत भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया. उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने खुद को लाखों लोगों का प्रिय बना दिया. उनके निधन से आहत हूं.'

अमित शाह ने शोक जताया

- अमित शाह ने भी मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'भारत महान धावक श्री मिल्खा सिंह जी, द फ्लाइंग सिख के दुखद निधन पर शोक व्यक्त करता है. उन्होंने विश्व एथलेटिक्स पर एक अमिट छाप छोड़ी है. राष्ट्र उन्हें हमेशा भारतीय खेलों के सबसे चमकीले सितारों में से एक के रूप में याद रखेगा. उनके परिवार और अनगिनत अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.'

पंजाब के मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया

- पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, 'मिल्खा सिंह जी के निधन की खबर सुनकर व्यथित और दुखी हूं. यह एक युग के अंत का प्रतीक है और आज भारत और पंजाब गरीब हैं. शोक संतप्त परिवार और लाखों प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. फ्लाइंग सिख की कथा आने वाली पीढ़ियों के लिए गूंजेगी.'

मिल्खा सिंह के निधन पर परिवार का बयान

- मिल्खा सिंह के निधन के बाद उनके परिवार ने भी एक बयान जारी किया. पारिवारिक बयान में कहा गया है, 'उन्होंने बहुत संघर्ष किया लेकिन भगवान के अपने तरीके हैं और शायद यह सच्चा प्यार और साथ था कि हमारी मां निर्मल जी और अब पिताजी दोनों का निधन हो गया है.' परिवार ने कहा, 'हम पीजीआई में डॉक्टरों के बहादुर प्रयासों और दुनिया भर से और खुद से मिले प्यार और प्रार्थना के लिए उनके आभारी हैं. हम आपको धन्यवाद देते हैं.' आपको बता दें कि बीते 13 जून को ही मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का कोरोना के कारण निधन हो गया था.

मिल्खा ने चार बार स्वर्ण पदक जीता

- मिल्खा ने एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता में चार बार स्वर्ण पदक जीता है और 1958 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था. हालांकि, 91 वर्षीय को 1960 के रोम ओलंपिक के 400 मीटर फाइनल में उनकी एपिक रेस के लिए याद किया जाता है. उन्होंने 1956 और 1964 के ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है और उन्हें 1959 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.

मिल्खा सिंह पर बॉलीवुड फिल्म बनी

- मिल्खा तब लोकप्रिय हुए जब उन्होंने 1960 के रोम ओलंपिक खेलों में 45.6 सेकंड का समय निकालकर चौथा स्थान हासिल किया. उस समय तक, यह एक व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने के लिए एक भारतीय एथलीट के सबसे करीब था. बाद में, निश्चित रूप से पी.टी. ऊषा 1984 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों में 400 मीटर दौड़ में एक कांस्य पदक से चूक गईं. उसने 55.42 सेकेंड का समय निकाला और केवल 0.01 सेकेंड से कांस्य पदक से चूक गई. दशकों बाद मिल्खा सिंह पर बॉलीवुड फिल्म बनी.