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प्रतीकात्मक फोटो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 22 मई की सुबह यानी बुधवार को 5:30 बजे तमिलनाडु के श्रीहरिकोटा से रिसेट-2बी उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा. यह प्रक्षेपण पीएसएलवी-सी46 से किया जाएगा. यह रिसेट सैटेलाइट सीरीज का चौथा उपग्रह है. इसका उपयोग टोही गतिविधियों, रणनीतिक निगरानियों और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा. रिसेट की सेवा निरंतर बनी रहे, इसके लिए 300 किलोग्राम के रिसेट-2बी सैटेलाइट के साथ सिंथेटिक अपर्चर रडार (सार) इमेजर को भेजा जाएगा.
Indian Space Research Organisation (ISRO) to launch of PSLVC46 from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota. at 05:30 am tomorrow. PSLVC46 will launch the RISAT-2B radar earth observation satellite into a 555 km-altitude orbit. pic.twitter.com/kursuO59DS
— ANI (@ANI) May 21, 2019
यह उपग्रह 555 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा. रीसेट-2 के लगभग सात साल के बाद भारतीय-राडार इमेजिंग उपग्रहों की सीरिज में रीसेट-2बी की लॉन्चिंग हो रही है.इसरो के सूत्रों के मुताबिक, बादल छाए होने पर रेगुलर रिमोट सेंसिंग या ऑप्टिकल इमेजिंग सैटेलाइट जमीन पर मौजूद चीजों की स्थिति ठीक से नहीं दर्शा पाते. सार इस कमी को पूरा करेगा. यह हर मौसम में चाहे रात हो, बादल हो या बारिश हो रही हो ऑब्जेक्ट की सही तस्वीर जारी कर सकता है. इससे आपदा राहत कार्य में लगे लोगों और सुरक्षाबलों को काफी मदद मिलेगी.