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सुरक्षाबलों ने आतंकी को कुछ ऐसे कराया सरेंडर, वीडियो देख कह उठेंगे- गर्व है सेना पर

भारतीय सेना कश्मीर में आतंक का सफाया करने में जुटी हुई है. आतंकवादी या तो मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं, या भी उन्हें सरेंडर करने का मौका दिया जा रहा है. सेना की प्राथमिकता है कि वो आतंवादियों को सरेंडर कराए, ताकि भटके नौजवान फिर से अपनी जिंदगी शुरू कर

Updated on: 16 Oct 2020, 10:45 PM

नई दिल्ली :

भारतीय सेना कश्मीर में आतंक का सफाया करने में जुटी हुई है. आतंकवादी या तो मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं, या भी उन्हें सरेंडर करने का मौका दिया जा रहा है. सेना की प्राथमिकता है कि वो आतंवादियों को सरेंडर कराए, ताकि भटके नौजवान फिर से अपनी जिंदगी शुरू कर सके. ऐसी एक घटना शुक्रवार को बडगाम से सामने आई. जहां सुरक्षाबलों ने बड़े ही प्यार से आतंकवादी को सरेंडर कराया. 

भारतीय सेना को सूचना मिली थी कि चंडूरा इलाके में दो आतंकवादी मकान में छिपे हुए हैं. जिसमें पुलिस का भगोड़ा एसपीओ अल्ताफ हुसैन भी शामिल था. इसके बाद सुरक्षाबल और पुलिस मिलकर इलाके की घेरबंदी की और फिर शुरू हो गया मुठभेड़. 

मौके का फायदा उठाकर पुलिस का एसपीओ अल्ताफ हुसैन भागने में कामयाब हो गया, लेकिन उसके साथी आतंकी को पकड़ लिया गया. सुरक्षाबलों ने बड़े प्यार से उसे सरेंडर कराया. पकड़े गए आतंकवादी की पहचान जहागीर अहमद निवासी चंडूरा हुई है. उसके पास से एके 47 भी बरामद की गई है. 

वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे सुरक्षाबल उसे प्यार से सरेंडर करने को कह रहे हैं. वीडियो में सुरक्षाकर्मी आतंकी से यह कहते हुए सुने जा रहे हैं- इधर आ इधर आ...इधर-इधर...कोई नहीं चलाएगा...कोई फायर नहीं करेगा...आजा इधर आ जा छोटू...ऑल पार्टी क्वाइट (सभी पक्ष शांत रहें), जहांगीर पीछे देखो... पैंट पहनो अपना पैंट पहनो...और आगे आओ, इधर ही आगे आओ...बस आते रहो...जर्सी छोड़ दो, जर्सी छोड़ दो.

जिसके बाद आतंकवादी हाथ उपर करके सुरक्षाकर्मी की तरफ बढ़ता है. फिर सुरक्षाकर्मी कहते हैं कोई और नहीं है? वेपन है? वहीं है...कोई बात नहीं है...कुछ नहीं होगा बेटा...एकदम आराम से..आ जाओ...शाबाश-शाबाश...अरे उसका वेपन उठाओ. (आतंकी सुरक्षा बलों के पास सरेंडर कर देता है) आराम से बेटा...तुम चिंता मत करो...पानी दो ऐ पानी लाओ...सारे दूर रहो...सारे दूर हो जाओ प्लीज...

इसके बाद सुरक्षाबल आतंकी को इसके पिता से मिलवाते हैं और दोनों गले लगते हैं. सुरक्षाबल की पूरी कोशिश है कि वो भटके हुए नौजवान को मुख्य धारा में लेकर आए.