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मैं विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नहीं किया जाएगा: रेल मंत्री पीयूष गोयल

पश्चिम बंगाल में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी और टीएमसी जमकर रैलियां और चुनावी जनसभा कर रही हैं. दोनों ही पार्टी दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतार कर, बंगाल की जनता को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है.

Updated on: 30 Mar 2021, 06:32 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी और टीएमसी जमकर रैलियां और चुनावी जनसभा कर रही हैं. दोनों ही पार्टी दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतार कर, बंगाल की जनता को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही है. बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान संपन्न हो चुके है. ऐसे में बीजेपी और टीएमसी दूसरे चरण को ध्यान में रखते हुए ताबड़तोड़ चुनावी जनसभा आयोजित कर रही है. मंगलवार को बंगाल के खड़गपुर में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया.

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इस दौरान उन्होंने कहा, 'हमारे रेलवे के कर्मचारियों ने दिन रात एक करके लॉकडाउन के बीच में भी जनता की सेवा की. उन्होंने देशभर में किसानों के लिए खाद पहुंचाया, गरीबों के लिए अनाज पहुंचाया, बिजली घरों को कोयला पहुंचाया, सबके लिए दवाइयां पहुंचाई.'

रेल मंत्री ने आगे कहा, 'आप सब इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि कोविड के बावजूद 2020-21 में हम इतिहास रचेंगे. रेलवे के 168 साल के अपने इतिहास में माल गाड़ी ने सबसे ज्यादा माल अगर ढोया है, तो इस कोविड के साल में ढोया है.' 

वहीं रेल के निजीकरण को लेकर पीयूष गोयल ने कहा, 'मैं आपकों विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय रेल को कोई नहीं छू सकता है, इसका निजीकरण कभी नहीं किया जाएगा. भारतीय रेलवे राष्ट्र और लोगों की संपत्ति है. विपक्ष के प्रोपेगंडा से भरे प्रचार में न फंसे. यह आपकी संपत्ति है और आपकी ही हमेशा बनी रहेगी. 

उन्होंने ये भी कहा, 'हमारे ट्रैक मैन, मेंटेनेंस और सिंगनलिंग के लोग, इन सभी के प्रयासों से पिछले 2 सालों में भारतीय रेल में एक भी यात्री की मृत्यु रेलवे दुर्घटना से नहीं हुई है.'