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Indian Navy Operation News: भारतीय नौसेना ने खोज निकाला हाईजैक जहाज, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

भारतीय नौसेना ने अपहृत ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज का पता लगा लिया है. फिलहाल लगातार अपहृत ईरानी जहाज और उसके चालक दल को बचाने का काम जारी है.

Updated on: 30 Mar 2024, 06:14 AM

नई दिल्ली :

भारतीय नौसेना द्वारा पिछले 100 दिनों से चलाए जा रहे समुद्री डकैती विरोधी अभियानों में बड़ी सफलता हाथ लगी है. भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को अपहृत ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज (FV) का पता लगा लिया है. इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए नौसेना ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि, 28 मार्च की देर शाम ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज 'अल कंबार 786' पर संभावित समुद्री डकैती की सूचना प्राप्त हुई, जिसके आधार पर समुद्री सुरक्षा अभियान के तहत दो भारतीय नौसेना जहाज को अरब सागर में तैनात किया गया.

सूचना मिली कि, अपहृत जहाज सोकोट्रा से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में था, जिसपर नौ सशस्त्र समुद्री डाकू सवार थे. ये जानकारी शुक्रवार के दिन भारतीय नौसेना के हाथ लगी, जिसके बाद बचाव ऑपरेशन शुरू किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय नौसेना फिलहाल लगातार अपहृत ईरानी जहाज और उसके चालक दल को बचाने में जुटी हुई है. 

समुद्री कमांडो को किया गया एयर-ड्रॉप

गौरतलब है कि, यह घटनाक्रम नौसेना द्वारा 35 सोमाली समुद्री डाकुओं को पकड़ने और 40 घंटे के ऑपरेशन के बाद अपहृत जहाज रुएन के 17 चालक दल के सदस्यों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के बाद आया है, जिसमें विशिष्ट समुद्री कमांडो को सी-17 विमान से देश के तटों से लगभग 1,400 समुद्री मील (2,600 किमी) एयर-ड्रॉप किया गया था. 

मुंबई पुलिस को सौंपे 35 समुद्री लुटेरे

बता दें कि, इस मिशन में आईएनएस कोलकाता को शामिल किया गया था, जिसने समुद्री डाकुओं के जहाज को रोका था. वहीं आईएनएस सुभद्रा, सी गार्जियन और पी8-आई समुद्री गश्ती विमान पूरे मिशन के दौरान दूर से निगरानी कर रहे थे. इसके बाद 23 मार्च को 35 समुद्री लुटेरों को मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया था. 

भारतीय नौसेना ने अपने जारी बयान में कहा कि, भारतीय नौसेना क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और राष्ट्रीयताओं के बावजूद नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.