पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक तस्कर को उसकी साइकिल टायर की ट्यूबों के अंदर छिपाकर लगभग 12 किलोग्राम चांदी के छर्रो के साथ पकड़ा है।
तस्कर अब्दुल बकी मलिता (40) से बरामद चांदी के छर्रो की कीमत करीब आठ लाख रुपये है। बरामद चांदी आगे की प्रक्रिया के लिए मुर्शिदाबाद के जलांगी स्थित सीमा शुल्क विभाग को सौंप दी गई है।
मंगलवार की सुबह लगभग 7.30 बजे, घोषपाड़ा गांव के निवासी मलिता अपनी साइकिल पर फसल स्प्रेयर के साथ सीमा बाड़ के गेट के पास पहुंचा। फर्जीपाड़ा बॉर्डर चौकी पर तैनात बीएसएफ की 141वीं बटालियन के सैनिकों को ग्रामीण मलिता की बॉडी लैंग्वेज में कुछ गड़बड़ महसूस हुई। उसने दावा किया कि वह बाड़ के पार अपनी फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव करने जा रहा था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, सीमा पर गश्त करने वालों ने उसकी साइकिल की तलाशी ली और टायरों के अंदर धातु का पता चला। टायरों को डिफ्लेट करने और ट्यूबों को काटने पर 11.95 किलोग्राम वजन के चांदी के र्छे गिर गए। इन्हें बांग्लादेश ले जाया जाना था।
मलिता ने बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमा स्तंभ के करीब छिपे हुए किसी दूसरे व्यक्ति के साथ अपनी साइकिल को बदलने की योजना बनाई होगी।
पूछताछ के दौरान मलिता ने कबूल किया कि उसे जलांगी के कैलाशगंज गांव के महिबुल मंडल और रबीकुल मंडल से चांदी मिली थी।
उसे सीमा पार से चांदी के र्छे पहुंचाने का काम सौंपा गया था और जिसके लिए उसे पारिश्रमिक देने का करार हुआ था। मलिता ने चांदी बांग्लादेश भेजने के लिए यह नायाब तरकीब सोची।
बीएसएफ की 141वीं बटालियन के सीओ नागेंद्र सिंह रौतेला ने सतर्कता के लिए अपने सैनिकों की सराहना की।
उन्होंने कहा, हम सीमा पार अपराध और तस्करी को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तस्कर नई तकनीक अपना रहे हैं, लेकिन हमारे सैनिक उनसे एक कदम आगे हैं और उनके सभी प्रयासों को विफल कर रहे हैं।
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Source : IANS