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नेपाल के दौरे पर आईं भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक, सुषमा ने उन्हें पिछले चुनावों में उनकी पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन की सराहना की।
रवीश ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की। प्रचंड की पार्टी प्रांतीय और संघीय चुनावों में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
EAM @SushmaSwaraj met with Chairman CPN (Maoist Centre) Pushpa Kamal Dahal 'Prachanda of #Nepal and complemented him on his party's performance in the recent elections. The two leaders discussed steps to further deepen our unique India-Nepal bilateral relations. @cmprachandapic.twitter.com/8oaspgZhFF
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) February 2, 2018
सुषमा ने 'कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी' (सीपीएन-यूएमएल) के प्रमुख के.पी. ओली से गुरुवार को मुलाकात की, जो देश में अगली सरकार का नेतृत्व करेंगे।
वर्ष 2016 में भारत और नेपाल के बीच संबंध उस वक्त खराब हो गए थे, जब ओली ने उस वर्ष जुलाई में अपनी सरकार लड़खड़ाने के बाद नेपाल के प्रति नई दिल्ली की नीति की तीखी आलोचना की थी।
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ओली ने वर्ष 2015 के नाकेबंदी के समय भी भारत की आलोचना की थी। इस नाकेबंदी से नेपाल में आर्थिक और मानवीय संकट पैदा हो गया था।
भारत सरकार ने सोमवार को कहा था कि सुषमा स्वराज का दौरा 'भारत और नेपाल के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक दौरे की परंपरा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है' और इससे 'दोनों देशों के बीच विविध क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने की महत्ता' प्रदर्शित होती है।
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Source : News Nation Bureau