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VIDEO: पोखरण में दिखा भारत के M-777 होवित्जर तोपों का दम, भेदा अचूक निशाना

अमेरिका से मिलीं एम-777 होवित्जर तोपों के जरिए एक्सकैलिबर गाइडेड गोले-बारूद निशाने को बेहद सटीक तरीके से भेदा है.

Updated on: 11 Dec 2019, 12:22 AM

पोखरण:

भारतीय सेना ने राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में दम दिखाया है. भारत की ताकत देख हर कोई गौरवांवित महसूस कर रहा है. सेना ने अमेरिका से मिले एम-777 होवित्जर तोपों के जरिए सटीक निशाने को भेदा है. यह परीक्षण सोमवार को किया गया, जिसका वीडियो सेना ने आज जारी किया है. अमेरिका से मिलीं एम-777 होवित्जर तोपों के जरिए एक्सकैलिबर गाइडेड गोले-बारूद निशाने को बेहद सटीक तरीके से भेदा है. सेना के इस परीक्षण में इन खास बमों ने कंक्रीट की दीवारों में 8 से 10 इंच तक छेद कर दिया. ऐसे में जब इन्हें दुश्मनों के खिलाफ इस्तेमाल किया जाएगा, तो आम नागरिकों की जान को खतरा कम होगा. पाकिस्तान के नापाक हरकतों को जवाब देने के लिए भारतीय सेना की शक्ति में इजाफा हुआ है. पाकिस्तान की अब खैर नहीं. 

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वहीं इससे पहले डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन यानी डीआरडीओ (DRDO) ने पोखरण में स्वदेश निर्मित 500 किलोग्राम की इनरश्यली गाइडेड बम का सफलापूर्वक परीक्षण किया था. परीक्षण के दौरान बम ने उच्च सटीकता के साथ 30 किलोमीटर की दूरी पर अपने लक्ष्य को मारा. वहीं इससे पहले भारतीय सेना ने भारत में बने हॉवित्जर तोप के-9 वज्र-टी की लम्बी दूरी तक मार करने की क्षमता का परीक्षण किया था. पिछले परीक्षण के बाद इसमें 13 सुधार किए गए थे. 40 से 50 किमी रेंज वाली इस तोप से छह गोले दागे गए. सभी गोलों ने अपने लक्ष्य को साधते हुए अचूक प्रहार किया. सैन्य सूत्रों के मुताबिक, मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत इस तोप को बनाया गया है.

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वज्र को निजी क्षेत्र की कंपनी लार्सन एंड टूब्रो ने भारत में ही बनाया है. सेना ने 155 एमएम की इस हॉवित्जर तोप को पहले परीक्षण के बाद कुछ सुधार करने को कहा था. सुधार के बाद इस तोप का परीक्षण पोखरण फायरिंग रेंज में सेना ने एक बार फिर से परीक्षण किया. यह तोप खास तौर से रेगिस्तान की परिस्थियों को ध्यान में रखकर निर्माण किया गया है. जल्द ही इसे सेना में शामिल कर लिया जाएगा। सेना में शामिल करने के बाद जल्द ही इसे पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा.