जम्मू कश्मीर में अक्सर हिंसा के दौरान पत्थरबाज महिलाओं को ढाल बनाकर सुरक्षाकर्मियों को अपना निशाना बनाते हैं। आगे महिलाएं खड़ी हो जाती है जिसकी वजह से सेना पत्थरबाजों पर सख्त कार्रवाई नहीं कर पाती है। ऐसे में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इससे निपटने के लिए भी प्लान तैयार कर लिया है।
शनिवार को देहरादून में पासिंग आउड परेड के बाद जनरल रावत ने कहा, 'जल्दी ही सेना में महिला जवानों की भर्ती होगी। रावत ने कहा अभी तक सेना में महिलाएं अधिकारी के तौर पर काम कर रही है लेकिन जल्द ही उनकी जवान के तौर पर भी भर्ती की जाएगी।'
महिलाओं को जवान के तौर पर शामिल करने का फैसला कश्मीर में सेना को पत्थरबाजों से निपटने में हो रही दिक्कत को लेकर किया गया है। रावत ने कहा, 'कश्मीर में महिलाएं उपद्रव मचाने वालों की ढाल बन जाती हैं ऐसे में उनपर सख्त जवाबी कार्रवाई के लिए महिला जवानों को उतारा जाएगा।'
आर्मी चीफ के मुताबिक, 'कई बार जब सेना का ऑपरेशन चल रहा होता है तो हम जिस उपद्रवियों का सामना कर रहे होते हैं उसमें महिलाएं हमारे सामने आ जाती हैं। ऐसे में पुरुष जवान उनके खिलाफ कार्रवाई करने में झिझकते हैं। महिलाएं उपद्रवियों की ढाल बन जाती हैं। हमें जवान वाले रैंक में भी महिलाओं की जरूरत है।'जनरल रावत पहले ही सेना के मिलिटरी पुलिस में महिला जवानों की भर्ती की वकालत कर चुके हैं।
जनरल रावत ने कहा, 'अगर हमारे पास आधुनिक तकनीक हो, उसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो आवाम को इतनी तकलीफ नहीं होगी, हम भी सक्षम होंगे।'
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सेना प्रमुख ने एक बार फिर दोहराया, 'मीडिया और इंटरनेट पर भ्रामक सूचनाओं के जरिए कश्मीर के युवाओं को भड़काया जा रहा है। जनरल रावत ने कहा हमारी हमेशा कोशिश रहेगी की कश्मीर के भटके हुए युवक आत्मसमर्पण कर सेना के साथ मिलकर काम करें।' आर्मी चीफ ने कहा सेना का मकसद कश्मीर में शांति व्यवस्था बनाए रखना है ना कि मारधाड़ करना।
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HIGHLIGHTS
- पत्थरबाजों को जवाब देने के लिए सेना में होगी महिलाओं की भर्ती, आर्मी चीफ ने किया ऐलान
- कश्मीर में पत्थरबाज महिलाओं को बनाते हैं अपना ढाल
Source : News Nation Bureau