भारतीय सेना की छह मार्चिग टुकड़ियां 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर नई वर्दी सहित विभिन्न वर्दी पहनेंगी।
कुल मिलाकर 16 मार्चिग दल होंगे।
चीफ ऑफ स्टाफ, दिल्ली क्षेत्र मेजर जनरल आलोक काकर ने कहा, गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सशस्त्र बलों के 8 दल होंगे, जिसमें सेना से 6, वायुसेना और नौसेना से एक-एक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से चार, दिल्ली पुलिस से एक, एनएसएस से एक और नेशनल कैडेट कोर से दो दल शामिल होंगे।
अधिकारी ने आगे कहा कि भारतीय सेना यह प्रदर्शित करेगी कि परेड में दशकों के दौरान वर्दी और हथियार कैसे विकसित हुए हैं।
भारतीय सेना की टुकड़ी तीन दशकों में इस्तेमाल होती आई वर्दी पहनेगी। इसके अलावा मौजूदा वक्त की ऑलिव ग्रीन वर्दी और इस साल सेना दिवस परेड में अनावरण की गई नई लड़ाकू वर्दी भी झांकी में दिखाई देगी।
राजपूत रेजिमेंट की पहली टुकड़ी 1950 के दशक वाली वर्दी पहनेगी और .303 राइफलों के साथ मार्च करेगी।
असम रेजिमेंट की दूसरी टुकड़ी 1960 के दशक वाली वर्दी पहनेगी और .303 राइफलों के साथ मार्च करेगी।
जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री के जवान 1970 के दशक वाली वर्दी में होंगे और 7.62 मिमी राइफल के साथ मार्च करेंगे।
सिख लाइट इन्फैंट्री और आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स के जवान इंसास राइफल्स के साथ मौजूदा ऑलिव ग्रीन वर्दी में मार्च करेंगे।
छठी टुकड़ी पैराशूट रेजिमेंट के जवानों की होगी। ये जवान नई लड़ाकू वर्दी पहनेंगे।
इसके अलावा, हर मार्चिग दल में सामान्य 144 के बजाय इस बार 96 सैनिक शामिल होंगे, ताकि कोविड-19 प्रोटोकॉल पर उचित ध्यान दिया जा सके।
इसी तरह, सुरक्षा बल विंटेज से लेकर आज के युग तक के मशीनीकृत हथियारों का भी प्रदर्शन करेगा।
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Source : IANS