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Ladakh: भारतीय सेना के टैंकों की गड़गड़ाहट से गूंजा लद्दाख का आसमान, सिंधु नदी के पास किया अभ्यास

Indian Army War Drills: भारतीय सेना ने शनिवार को लद्दाख में अभ्यास किया. इस अभ्यास में टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों को शामिल किया गया. किसी भी युद्ध की स्थिति से निपटने और अपनी तैयारियों को और मजबूत करने के लिए सेना समय-समय पर ऐसे अभ्यास करती रहती है.

Updated on: 08 Jul 2023, 01:36 PM

highlights

  • लद्दाख में भारतीय सेना ने किया अभ्यास
  • टैंकों की गड़गड़ाहट से गूंजा आसमान
  • सिंधु नदी के पास दिखाई दुश्मन को ताकत

New Delhi:

Indian Army War Drills: भारतीय सेना के ट्रैंकों और बख्तरबंद वाहनों ने साथ शनिवार को लद्दाख में चीन सीमा के पास युद्धाभ्यास की. सेना टैंकों से घाटी गूंजने लगी. भारतीय सेना का ये युद्धाभ्यास चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों को एक चेतावनी की तरह है कि अगर भारत की तरफ आंख उठाने की गलती की तो तबाह कर दिए जाओगे. वैसे भी भारतीय सेना के जवान घाटी हो या फिर देश के बॉर्डर हर वक्त मुस्तैद रहते हैं और जरूरत पड़ने पर दुश्मन को मुहंतोड़ जवाब भी देते हैं. इसी मुस्तैदी को मजबूत करते के लिए भारतीय सेना के जवान समय-समय पर अभ्यास करते रहते हैं. इस बार भारतीय सेना के जवानों ने दुनिया की सबसे ऊंची नदी घाटियों में से एक सिंधु नदी को पार करने और दुश्मन के ठिकानों पर हमले करने के लिए पूर्वी लद्दाख में  में युद्धाभ्यास किया. इस अभ्यास बड़ी संख्या में टैंक और बख्तरबंद वाहनों को शामिल किया गया.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शनिवार को टी-90 और टी-72 टैंकों और बीएमपी पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों समेत भारतीय सेना द्वारा शक्तिशाली टैंकों को सिंधु नदी को पार करने का विशेष अभ्यास किया. गौरतलब है कि सिंधु नदी पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले पूरे लद्दाख सेक्टर में होते हुए चीनी सेना द्वारा नियंत्रित तिब्बती क्षेत्र से होकर बहती है.

भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के अभ्यास आकस्मिक परिस्थितियों की तैयारी के लिए किए जाते हैं. बता दें कि भारतीय सेना दुनिया की उन चुनिंदा सेनाओं में से एक है जो 16,000 फीट तक की ऊंचाई पर और बड़ी संख्या में टैंकों का संचालन करती है. शनिवार को किए गए युद्धाभ्यास में ये साफ तौर पर देखा गया है कि भारतीय सेना हर तरह के हालातों से निपटने में सक्षम है. सिंधु नदी को पार करते भारतीय सेना के टैंक इस बात के गवाह बने. ये अभ्यास भारतीय सेना की उन तैयारियों का भी सबूत है जब दुश्मन भारतीय सीमा पर कब्जे की कोशिश करे तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके.

बता दें कि भारतीय सेना ने लद्दाख में बड़ी संख्या में टैंक और बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों की तैनाती की है, ये कदम तब उठाया गया है जब चीनी सेना ने अपने प्रशिक्षण अभ्यास सैनिकों को हटाकर पूर्वी लद्दाख सेक्टर में आक्रामकता दिखाई. लद्दाख में बड़ी खुली घाटियों के चलते युद्ध के लिए टैंक बहुत अनुकूल हैं. पहले, भारतीय सेना पाकिस्तान के मोर्चे पर पंजाब सेक्टर में बड़े पैमाने पर इस तरह का अभ्यास करती थी. लेकिन अब लद्दाख में ऐसा अभ्यास कर भारतीय सेना ने दिखा दिया है कि वह किसी भी मोर्चे पर दुश्मन को पटखनी दे सकती है.

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