एक सप्ताह के भीतर जम्मू-कश्मीर के सुंजवान फिर श्रीनगर के सीआरपीएफ कैंप और उसके बाद दोमाना में आतंकी हमले के बाद सेना ने दावा किया है कि 300 पाकिस्तानी आतंकी भारत में घुसपैठ करने की फिराक में हैं।
तीनों आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ रहा है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों कहा था कि पाकिस्तान को इस दुस्साहस की कीमत चुकानी पड़ेगी। हमारे सैनिकों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
भारतीय सेना ने भी मंगलवार कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं के पीछे पाकिस्तानी सेना मुख्य भूमिका निभाती है।
लॉन्चिंग पैड पर पाकिस्तानी आतंकी
लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अन्बू ने सेना की उत्तरी कमान के ऊधमपुर मुख्यालय पर संवाददाताओं से कहा, 'पीर पंजाल के दक्षिण में 185-220 आतंकवादी और उत्तर में 190-225 आतंकवादी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं।'
अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों की योजना बनाने में प्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तानी सेना का हाथ होता है।
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सुंजवान सैन्य शिविर पर आतंकवादी हमले के बाद भारतीय कार्रवाई की संभावना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'नियंत्रण रेखा पर कार्रवाई काफी जटिल और चुनौतीपूर्ण है। मुझे नहीं लगता कि हमें वास्तव में उनके साथ भी जैसे का तैसा करने की जरूरत है।'
उन्होंने कहा कि हम अपनी योजना और रणनीति के अनुसार काम करेंगे। पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन पर उन्होंने कहा, 'भारतीय सैनिकों की जवाबी कार्रवाई में 192 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं।'
सैन्य अधिकारी ने कहा, 'पाकिस्तान मानता है कि दो घटनाओं में उसके मात्र छह या सात लोग मरे हैं लेकिन हमारे सूत्रों ने बताया कि यह संख्या ज्यादा है।'
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Source : IANS