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सीमा विवाद तनातनी के बीच भारत-चीन की ब्रिगेड कमांडर स्तर की बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

भारतीय सेना और चीनी सेना ने लद्दाख के चुशुल में शुक्रवार को ब्रिगेड-कमांडर स्तर की वार्ता की. बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और लगभग 3 बजे समाप्त हुई.

Updated on: 11 Sep 2020, 05:26 PM

नई दिल्ली:

भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनातनी व्याप्त है. चीन लगातार घुसपैठ की नाकाम कोशिश कर रहा है. भारतीय सेना हर कोशिश को नाकाम कर रही है, साथ ही मुंहतोड़ जवाब दे रही है. वहीं इस विवाद को निपटारे के लिए भारतीय सेना और चीनी सेना ने लद्दाख के चुशुल में शुक्रवार को ब्रिगेड-कमांडर स्तर की वार्ता की. बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और लगभग 3 बजे समाप्त हुई. भारतीय सेना चीन की हर चाल को जवाब दे रही है. चीन और भारत के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हालात बेहद खतरनाक स्थिति में हैं. दोनों ही देशों की सेनाएं तोपों-टैकों और तमाम हथियारों को साथ लिए आमने-सामने खड़ी हैं.

चीन बौखला गया है और उकसावे की कार्रवाई करने की चाल चल रहा 

बार-बार चीन धोखेबाजी कर भारतीय सरहद में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है. लेकिन चीन की हर चालबाजी भारतीय जाबांजों के आगे नाकाम हो रही है. ऐसे में चीन बौखलाया है और उकसावे की कार्रवाई करने की चाल चल रहा है तो भारत भी उसके नापाक मंसूबों का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन में तनातनी के बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं. दिल्ली में यह अहम बैठक हो रही है. जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval), सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) शामिल हैं. इसके अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुख भी बैठक में मौजूद हैं. कहा जा रहा है कि बैठक में चीन के साथ आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हो रही है.

आर्थिक ताकत के गुमान में चीन दादागिरी दिखा रहा है

चीन (China) को सबक सिखाने के लिए कोई निर्णय लिया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि सरहद पर भी दोनों देशों के सैन्य अधिकारी लगातार वार्ता कर रहे हैं, मगर हर बार चीन धोखा दे देता है. अपनी सामरिक और आर्थिक ताकत के गुमान में चीन दादागिरी दिखा रहा है. पैंगोंग झील (Pangong Lake) के उत्तर और दक्षिण तट पर चीनी सैनिकों और वाहनों की आवाजाही दिखाई दे रही है. कुछ जगहों पर भारी-भरकम हथियारबंद सैनिक भारतीय जवानों (India troops) के नजदीक ही हैं. इन चौकियों पर सेना हाई अलर्ट पर नहीं है. भारतीय सेना ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर चीनी सैनिक भड़काऊ सैन्य कदम उठाते हैं तो उनकी सेना जवाबी कार्रवाई करेगी.