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बड़ा फैसलाः मदद के लिए यूक्रेन जाएगी भारतीय वायु सेना, इस ऑपरेशन को देगी अंजाम

रूस -यूक्रेन युद्ध आज छठे दिन भी जारी है. दुनियाभर के देशों के प्रतिबंध और आग्रह को दरकिनार कर रूस यूक्रेन के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने में जुटा है. राजधानी कीव और खारकीव शहर मुख्य रूप से रूस के निशाने पर है.

Updated on: 01 Mar 2022, 02:31 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री ने वायु सेना को दिया आदेश
  • ऑपरेशन गंगा में शामिल होगी वायु सेना
  • यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालेंगे

नई दिल्ली:

रूस -यूक्रेन युद्ध आज छठे दिन भी जारी है. दुनियाभर के देशों के प्रतिबंध और आग्रह को दरकिनार कर रूस यूक्रेन के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने में जुटा है. राजधानी कीव और खारकीव शहर मुख्य रूप से रूस के निशाने पर है. वहीं, इस युद्ध के और भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. युद्ध की बढ़ती विभीषिका को देखते हुए प्रधानमंत्री  मोदी चाहते हैं कि जल्द से जल्द एक-एक भारतीय को यूक्रेन से बाहर निकाल लिया जाए. लिहाजा, यूक्रेन से भारतीयों को युद्ध स्तर पर निकालने के लिए वायु सेना को आदेश दिया गया है. बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायु सेना के अफसरों से कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को निकालने के लिए मदद करने को कहा है.  इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए वायु सेना आज से ऑपरेशन गंगा में कई C-17 विमान तैनात कर सकती है. इसके साथ ही इसकी मदद से यूक्रेन को मानवीय मदद भी पहुंचाई जाएगी. 

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गौरतलब है कि ऑपरेशन गंगा के तहत मंगलवार की सुबह 9वीं उड़ान की भारत पहुंचने की घोषणा करते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि हम तब तक चैन नहीं लेंगे, जब तक हमारे एक-एक भारतीय नागरिक सुरक्षित वतन नहीं लौट आते हैं. आपको बता दें कि यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के लिए मंगलवार दोपहर तक कम से कम तीन उड़ानें निर्धारित हैं. इसमें से दो उड़ाने रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से  और एक उड़ान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से हैं. ये उड़ानें वहां से भारतीयों को लेकर सीधे मुंबई और दिल्ली में पहुंचेंगी. 


ऑपरेशन गंगा के तहत आने वाले यात्री 
गौरतलब है कि भारत के लगभग 20,000 नागरिक यूक्रेन में थे. इनमें से ज्यादातर छात्रा हैं, जो वहां मेडिकल समेत दूसरे उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए गए थे. युद्ध छिड़ने के बाद से अब तक 1922 नागरिकों को वतन वापिस लाया जा सकता है. सबसे पहले 241 नागरिकों को एयर इंडिया के विमान से लाया गया था. उसके बाद यूक्रेन की फ्लाइट से 182 भारतीय आए थे, जिन्होंने कीव से उड़ान भरी थी. इसके बाद कीव एयरपोर्ट बंद हो जाने से यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीयों को लाने का सिलसिला जारी है. ऑपरेशन गंगा को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और इंडिगो की सेवाएं ली जा रही है. अब इसमें स्पाइसजेट को भी शामिल किया गया है. यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए स्पाइसजेट का विमान मंगलवार को स्लोवाकिया के कोसिसे जाएगा. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू इसकी निगरानी के लिए भारत सरकार के विशेष दूत के रूप में कोसिसे जा रहे हैं.