Breaking News: इंडिगो ने सस्पेंड की 14 शहरों के लिए अपनी फ्लाइट्स, ट्रैवल एडवाइजरी जारी
ईरान ने इजरायल पर दागीं आठ मिसाइलें, 3 की मौत कई घायल
गल्फ एयरस्पेस बंद होने का असर, चेन्नई से आने-जाने वालीं 11 उड़ानें रद्द
Israel-Iran war Live: ईरान ने फिर किया इजरायल पर हमला, सीजफायर के बीच दागीं मिसाइलें
ईरान-इजरायल सीजफायर पर सस्पेंस, ट्रंप का नया दावा- दोनों देश मेरे पास लेकर आए शांति प्रस्ताव
भारत बनाम इंग्लैंड: जो 93 सालों में न हुआ था, वो लीड्स में हो गया
Aaj ka Rashifal VIDEO: मंगलवार को कैसा रहेगा आपका दिन, वीडियो में जानें पंडिंत अरविंद त्रिपाठी से
जम्मू-कश्मीर : राजौरी में दो गाड़ियों के बीच टक्कर, 2 की मौत सात घायल
Monsoon Update: दिल्ली सहित उत्तर भारत के इन राज्यों में आज दस्तक देगा मानसून, जानें अगले दो दिन कैसा रहेगा मौसम

विवादों के बीच IAF ने शुरू की राफेल विमानों के स्वागत की तैयारी

वायुसेना के कई दल पहले ही राफेल विमानों के निर्माता दसाल्ट एविएशन को भारतीय विशिष्टताओं को इस विमान में शामिल करने में मदद के लिये फ्रांस का दौरा कर चुके हैं।

वायुसेना के कई दल पहले ही राफेल विमानों के निर्माता दसाल्ट एविएशन को भारतीय विशिष्टताओं को इस विमान में शामिल करने में मदद के लिये फ्रांस का दौरा कर चुके हैं।

author-image
vineet kumar1
एडिट
New Update
भारतीय वायुसेना को और ताकतवर बनाएगा राफेलः रक्षा मंत्रालय

राफेल विमानों के स्वागत की तैयारी में चुपचाप जुटी भारतीय वायुसेना

राफेल सौदे को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच भारतीय वायुसेना गुपचुप तरीके से इन लड़ाकू विमानों के स्वागत की तैयारियों में जुटी है। इनके लिये जरूरी आधारभूत संरचना जुटाने और पायलटों के प्रशिक्षण की दिशा में काम चल रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना इस साल के अंत तक पायलटों के एक दल को राफेल विमानों पर प्रशिक्षण के लिए फ्रांस भेजेगी। 

Advertisment

वायुसेना के कई दल पहले ही राफेल विमानों के निर्माता दसाल्ट एविएशन को भारतीय विशिष्टताओं को इस विमान में शामिल करने में मदद के लिये फ्रांस का दौरा कर चुके हैं।

फ्रांस के साथ 58,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिये सितंबर 2016 में भारत ने एक अंतर सरकारी समझौता किया था। कई हथियारों और प्रक्षेपास्त्रों को ले जाने में सक्षम इन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति अगले साल सितंबर से शुरू होनी है।

और पढ़ें: कश्मीर: 2 सालों में 360 से ज्यादा मारे गए आतंकी, घटी है आतंकियों की उम्र 

सूत्रों ने कहा कि दसाल्ट एविएशन भारत को आपूर्ति किये जाने वाले विमानों की परीक्षण उड़ान भी शुरू कर दी है और कंपनी को विमानों की आपूर्ति के लिये समयसीमा का सख्ती से अनुपालन करने को कहा गया है।

राफेल विमान भारत केंद्रित बदलावों के साथ आएंगे जिनमें इस्राइली हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले, रडार चेतावनी रिसीवर, लो-बैंड जैमर्स, 10 घंटे की फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग, इंफ्रारेड सर्च और ट्रैकिंग सिस्टम समेत कई खूबियां शामिल होंगी।

सूत्रों ने कहा कि भारतीय वायुसेना के पायलटों का एक दल पहले ही राफेल विमानों पर फ्रांस में प्रशिक्षण ले चुका है और इस साल के अंत तक एक बार फिर वहां जाएंगे।

कांग्रेस ने विमान के दाम समेत इस करार को लेकर कुछ सवाल उठाए हैं जबकि सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है।

और पढ़ें: मोदी सरकार में बेहतर हुई रेलवे की सुरक्षा, इस साल हादसों में आई इतनी कमी 

सूत्रों ने कहा कि विमानों की पहली स्क्वॉड्रन की तैनाती अंबाला वायुसैनिक अड्डे पर की जाएगी जिसे रणनीतिक रूप से वायुसेना का बेहद महत्वपूर्ण अड्डा माना जाता है। भारत-पाक सीमा वहां से 220 किलोमीटर दूर है।

राफेल की दूसरी स्क्वॉड्रन की तैनाती पश्चिम बंगाल के हासीमारा बेस पर की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि सरकार ने दोनों बेसों पर शेल्टर, हैंगर और रखरखाव की दूसरी सुविधाओं के निर्माण के लिये पहले ही 400 करोड़ रुपये की रकम मंजूर कर दी है।

और पढ़ें: विपक्ष बगैर नेता के सत्ता में आने के सपने देख रहा: बीजेपी 

सूत्रों ने कहा कि फ्रांस भारत को नियमित रूप से विमानों की आपूर्ति की परियोजना की प्रगति के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहा है। पिछले साल जुलाई में वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने अपने फ्रांस दौरे के दौरान राफेल विमान उड़ाया था।

Source : News Nation Bureau

fighter aircraft Saint-Dizier Indian Air Force West Bengal Rafale france
      
Advertisment