भारतीय वायुसेना (IAF) ने युद्ध की तैयारियों को परखने के लिए चीन और पाकिस्तान की सीमा पर अपना सबसे बड़ा अभ्यास किया।
'गगन शक्ति 2018' नाम से सैन्य अभ्यास ने भारतीय वायुसेना की बढ़ती ताकत का शक्ति प्रदर्शन किया। युद्धाभ्यास के तहत सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट को चीन की सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट पर उतारा।
लड़ाकू जेट की गड़गड़ाहट से आसमान गूंज उठा। एयरफोर्स के सबसे बड़े मालवाहक विमान सी- 17 ग्लोबमास्टर ने भी युद्धाभ्यास के दौरान लैंडिंग की।
गगन शक्ति प्रदर्शन देखने के लिए पासीघाट एएलजी पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और एयरफोर्स चीफ बीएस धनोवा भी मौजूद रहे।
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सुखोई विमानों और एमआई- 17 हेलीकॉप्टरों ने असम के डीएम रेंज में मिसाइल फायर किए और बम गिराए। दुश्मनों के नापाक इरादों को विफल करने के लिए भारतीय वायुसेना तैयारियों को परख रही है।
भारतीय वायुसेना युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए 1100 से ज्यादा लड़ाकू, परिवहन और रोटरी विंग (हेलिकॉप्टर) एयरक्राफ्ट को इस अभ्यास में शामिल किया।
युद्ध की स्थिती में तीनों सेनाएं मिलकर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे सकें, इसके लिए इस बड़े अभ्यास में सेना और नौसेना को भी शामिल किया गया।
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Source : News Nation Bureau