अगस्त से हर महीने लगेंगी 80-90 लाख खुराकें, जानें केंद्र सरकार की पूरी प्लानिंग

केंद्र सरकार ने साल के अंत तक सभी व्यस्कों को टीकाकरण का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वैक्सीन की कमी को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. केंद्र अगले महीने से देश में निर्मित स्पूतनिक वी के अलावा बायोलॉजिकल ई ओ जायडस कैडिला का टीका भी मिलने की संभावना है.

केंद्र सरकार ने साल के अंत तक सभी व्यस्कों को टीकाकरण का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वैक्सीन की कमी को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. केंद्र अगले महीने से देश में निर्मित स्पूतनिक वी के अलावा बायोलॉजिकल ई ओ जायडस कैडिला का टीका भी मिलने की संभावना है.

author-image
Kuldeep Singh
New Update
GYM

अगस्त से हर महीने लगेंगी 80-90 लाख खुराकें, ये है केंद्र की तैयारी( Photo Credit : न्यूज नेशन)

देश में पिछले कुछ समय से भले ही कोरोना की टीकाकरण की रफ्तार सुस्त चल रही हो लेकिन आने वाले समय में इसमें काफी तेजी आने वाली है. केंद्र सरकार ने साल के अंत तक सभी व्यस्कों को टीकाकरण का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वैक्सीन की कमी को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. केंद्र अगले महीने से देश में निर्मित स्पूतनिक वी के अलावा बायोलॉजिकल ई ओ जायडस कैडिला का टीका भी मिलने की संभावना है. इसके अलावा कोविशील्ड और कोवैक्सीन ने भी उत्पादन बढ़ा दिया है. इन सभी के आने के बाद देश में प्रतिदिन 80-90 लाख टीके लगाए जा सकेंगे.  
 
जुलाई में मिलेंगी 12 करोड़ डोज 
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जुलाई में देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 12 खुराकें उपलब्ध करा दी जाएंगी. हालांकि ये खुराक कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन की हैं. इनका उत्पादन बढ़ाया जा रहा है. दूसरी तरफ जायडस कैडिला का टीका तैयार है तथा मंजूरी की प्रक्रिया में है. इसके साथ ही बायोलॉजिकल ई के टीके के परीक्षण भी करीब-करीब पूरा हो चुका है. जल्द ही इसकी आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक कैडिला हर महीने 1-2 करोड़ और बायोलॉजिकल ई का 4-5 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन कर सकेगा.  

Advertisment

यह भी पढ़ेंः दिल्ली-NCR में बारिश का दौर शुरू, पहाड़ी राज्यों में आसमानी आफत से मची तबाही

स्पूतनिक वी का उत्पादन शुरू 
रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी का हिमाचल में उत्पादन शुरू हो चुका है. इसके साथ ही यह वैक्सीन विदेश से आयात भी हो रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय मॉडर्ना और सिप्ला के टीके की खरीद को लेकर भी बातचीत के अंतिम चरण में है. मॉडर्ना की टीका आयात होकर भी आ सकता है. मंत्रालय के अनुसार अगस्त से टीके की उपलब्धता बढ़नी शुरू होगी और सितंबर-अक्तूबर में प्रतिदिन एक करोड़ तक टीके लगाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है.

जुलाई तक 50 करोड़ का लगेंगी वैक्सीन
जुलाई में भारत का टीकाकरण अभियान काफी रफ्तार पकड़ेगा. जुलाई में 12 करोड़ वैक्सीन सरकार उपलब्ध कराने जा रही है. इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन लगाई जाएगी. अरोड़ा ने कहा कि पोलियो टीकाकरण के चलते कुछ इलाकों में कोविड वैक्‍सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ी है. अब तक 34 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं. जनवरी में केंद्र ने कहा था कि जुलाई अंत तक करीब 50 करोड़ डोज लगा दी जाएंगी ताकि प्राथमिकता वाले समूहों को कवर क‍िया जा सके. टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए रोज करीब 1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.

HIGHLIGHTS

  • 38 करोड़ लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन
  • जुलाई अंत तक 50 करोड़ लोगों को लगेगी वैक्सीन
  • स्पूतनिक वी का हिमाचल में शुरू हुआ उत्पादन
corona-vaccine covid-vaccination Sputnik-V Sputnik vaccine
      
Advertisment