यह दावा करते हुए कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को महाराष्ट्र में भारी समर्थन मिल रहा है, पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि देश सही नेता और सही पार्टी की प्रतीक्षा कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में बीआरएस को जिस तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है, वह उनकी अपनी अपेक्षाओं से परे है।
केसीआर यहां एल.बी. स्टेडियम में राज्य सरकार द्वारा आयोजित दावत-ए-इफ्तार को संबोधित कर रहे थे।
यह कहते हुए कि देश एक कठिन दौर से गुजर रहा है, बीआरएस प्रमुख ने कहा कि यह एक अस्थायी चरण है और अंतत: सच्चाई और न्याय की जीत होगी।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को देश को बचाने का प्रयास करने के लिए बीआरएस में बदल दिया गया था।
केसीआर ने कहा, देश सभी का है और हमें इसे किसी भी कीमत पर बचाना है। हम अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे, लेकिन समझौता नहीं करेंगे।
देश की मिली-जुली संस्कृति की रक्षा का आह्वान करते हुए बीआरएस नेता ने कहा, हमारी परंपराओं और इतिहास को कोई नहीं बदल सकता। कोशिश करने वाले जाएंगे लेकिन देश रहेगा।
हालांकि, केसीआर ने भावनाओं में बहे बिना समझदारी से काम लेने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, जब मैं तेलंगाना के लिए लड़ रहा था, तो मुझे पता था कि अल्लाह के घर देर है, अंधेर नहीं।
पिछले नौ वर्षो के दौरान तेलंगाना द्वारा सभी क्षेत्रों में की गई प्रगति का उल्लेख करते हुए केसीआर ने कहा कि राज्य में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने खुद संसद में खुलासा किया है कि तेलंगाना की प्रति व्यक्ति आय देश में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा, हमारी प्रति व्यक्ति आय महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों की तुलना में अधिक है।
केसीआर ने कहा कि राज्य में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत नौ साल में दोगुनी हो गई है, जबकि किसानों की आत्महत्याएं खत्म हो गई हैं और जो पलायन कर गए थे, वे अब राज्य में वापस आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जहां देश में धान की खेती 94 लाख एकड़ में हो रही है, वहीं अकेले तेलंगाना में 56.40 लाख एकड़ जमीन है।
उन्होंने कहा, राज्य में पीने के पानी और बिजली की कोई समस्या नहीं है। हम आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन देश पिछड़ रहा है। अगर केंद्र ने तेलंगाना के बराबर प्रदर्शन किया होता, तो हमारी जीडीपी 3-4 लाख करोड़ रुपये अधिक होती।
केसीआर ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने नौ वर्षो में अल्पसंख्यक कल्याण पर 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि कांग्रेस के पिछले 10 वर्षो के शासन के दौरान केवल 1,180 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
इफ्तार पार्टी में कई मंत्री, बीआरएस के मुस्लिम नेता, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, धार्मिक विद्वान और अन्य लोग शामिल हुए।
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Source : IANS