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क्यों चीन की बढ़ी चिंता? भारत और अमेरिका की सेनाएं यहां कर रहीं युद्धाभ्यास

अमेरिकी और भारतीय सेनाओं के बीच युद्धाभ्यास 14 से 31 अक्टूबर तक चलने वाला है. इसका उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच तालमेल स्थापित करना है.

Updated on: 04 Aug 2022, 09:26 AM

highlights

  • उत्तराखंड के औली क्षेत्र में दोनों सेनाएं करेंगी सैन्याभ्यास
  • युद्धाभ्यास 14 से 31  अक्टूबर तक जारी रहने वाला है
  • लक्ष्य भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच तालमेल को बढ़ाना है

नई दिल्ली:

भारत और चीन सीमा पर बीते कई सालों से तनाव है. लाइन आफ कंट्रोल (LAC) पर दोनों ओर से सैन्य गतिविधियां जारी हैं. वहीं इस बीच एक खबर ने चीन की चिंताओं को बढ़ा दिया है. उत्तराखंड के औली में अक्टूबर माह में भारत और अमेरिका सैन्याभ्यास करने की तैयारी कर रहे हैं. यह मिलिट्री एक्सरसाइल का 18 वां संस्करण है. यह युद्धाभ्यास हर साल दोनों देशों में अगल-अगल जगह पर लगातार जारी है. पिछले साल यह युद्धाभ्यास अमेरिका के अलास्का में हुआ था.  इस साल ये भारत में होने जा रहा है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दोनों सेनाओं के बीच युद्धाभ्यास 14 से 31  अक्टूबर तक जारी रहने वाला है. इस युद्धाभ्यास का लक्ष्य भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच तालमेल को बढ़ाना है. भारत और अमेरिका के रिश्ते बीते कुछ सालों से मजबूत स्थिति में हैं. अमेरिका ने वर्ष 2016 में भारत को अपना खास रक्षा भागीदार माना था. दोनों देशों ने बीते कुछ वर्षों में अहम रक्षा और सुरक्षा के समझौते किए. इस दौरान हथियारों की आपूर्ति के एक-दूसरे ठिकानों के इस्तेमाल का अभ्यास होगा. 

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चीनी सैनिकों ने की थी घुसपैठ 

औली में इस बार का युद्धाभ्यास इसलिए अहम है क्योंकि उत्तराखंड के बाराहोती इलाके में बीते साल सितंबर में चीन के सैनिकों ने नापाक हरकत की थी. यहां पर चीन के सैनिकों ने सीमा में करीब 5 किमी तक अंदर घुसपैठ की थी. हालांकि कुछ ही घंटों में सैनिकों की वापसी हो गई. ऐसा बताया जा रहा है कि बाराहोती में चारागाह है, यहां पर दोनों देशों के बीच काफी ज्यादा विवाद है.