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राजस्थान में भारत-अमेरिका का संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू

अमेरिका सेना का प्रतिनिधित्व 2 इन्फेंट्री बटालियन, 3 इन्फेंट्री रेजिमेंट, 1-2 स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बेट टीम के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है. डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि यह युद्धाभ्यास एंटी टेररिज्म संचालन पर केंद्रित होगा.

Updated on: 08 Feb 2021, 11:34 PM

जयपुर :

राजस्थान की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सोमवार से भारत-अमेरिका की सेना के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू हो गया है. राजस्थान के रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा ने यह जानकारी दी. संयुक्त युद्धाभ्यास की लॉन्चिंग के मौके पर राष्ट्रीय गान की धुन के साथ दोनों देशों के झंडे फहराए गए. अमेरिकी सेना की कई बटालियनों से 270 जवानों का समूह शनिवार को सूरतगढ़ पहुंचा था. अमेरिका सेना का प्रतिनिधित्व 2 इन्फेंट्री बटालियन, 3 इन्फेंट्री रेजिमेंट, 1-2 स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बेट टीम के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है. डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि यह युद्धाभ्यास एंटी टेररिज्म संचालन पर केंद्रित होगा. इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सामरिक स्तर पर अभ्यास और एक दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं, सहयोग और तालमेल को बढ़ाना है.



उद्घाटन समारोह सोमवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया. 170 इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर मुकेश भानवाला ने अमेरिकी दल का स्वागत किया.



उन्होंने विचारों, अवधारणाओं, सैनिकों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और एक-दूसरे के परिचालन अनुभवों से सीखने की आवश्यकता के साथ-साथ स्थितिजन्य जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया.


अभ्यास में नए शामिल किए गए स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर डब्ल्यूएसआई 'रुद्र', एमआई-17, चिनूक, अमेरिकी सेना के स्ट्राइकर वाहन और भारतीय सेना के बीएमपी-2 मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री कॉम्बैट व्हीकल सहित कई हवाई प्लेटफार्मों का उपयोग किया जाएगा.



यह अभ्यास से दोनों सेनाओं को एक-दूसरे के समृद्ध अनुभव का फायदा मिलेगा. आतंकवाद रोधी अभियानों के अलावा, मानवीय सहायता और आपदा राहत जैसे कामों के लिए भी दोनों सेना के जवान अपना अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगे.

बता दें कि कोरोना महामारी शुरू होने के बाद अमेरिकी सेना पहली बार किसी दूसरे देश में अभ्यास के लिए आई है. आगामी दिनों में भारत और अमेरिका के सैनिक अलग-अलग दल बनाकर युद्ध अभ्यास करेंगे. सैंन्य प्रवक्ता के अनुसार 19 और 20 फरवरी को युद्ध जैसा माहौल नजर आएगा. उस दौरान दोनों देशों के सैनिक अपने अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों का उपयोग करेंगे. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर और टैंकों का को-आर्डिनेशन भी दिखाया जाएगा. युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेना जमीनी हमलों का अभ्यास करेगी.