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राहत भी-आफत भी: 118 दिन बाद कोरोना केस सबसे कम, मौतों के आंकड़े ने फिर डराया

कोरोना वायरस को लेकर भारत को राहत के साथ आफत भी झेलनी पड़ रही है. मंगलवार को देश में जहां कोरोना के मामले 118 दिन के बाद सबसे कम दर्ज किए गए हैं तो मौतों के नए आंकड़े ने फिर डरा दिया है.

Updated on: 13 Jul 2021, 11:42 AM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस को लेकर भारत को राहत के साथ आफत भी झेलनी पड़ रही है. मंगलवार को देश में जहां कोरोना के मामले 118 दिन के बाद सबसे कम दर्ज किए गए हैं तो मौतों के नए आंकड़े ने फिर डरा दिया है. पिछले 24 घंटे में देश में 31 हजार नए कोरोना मरीज मिले हैं. जबकि मौतों की संख्या फिर 2 हजार के पार पहुंच गई है, जिसमें सोमवार के मुकाबले करीब 1300 की वृद्धि हुई है. हालांकि, मौत के आंकड़ों में इतना ज्यादा इजाफा मध्य प्रदेश के बैकलॉग के कारण हुआ है. अब कोरोना के कुल मामले बढ़कर 3 करोड़ 9 लाख से अधिक हो गए हैं तो मौतों का कुल आंकड़ा भी 4 लाख 10 हजार से ज्यादा पहुंच गया है. 

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में 2 हजार 20 लोगों ने पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना की वजह से दम तोड़ा है. मौतों का आंकड़ा इसलिए इतना बढ़ा है क्योंकि मध्य प्रदेश ने अपना डेटा रिवाइज किया है. अगर मध्य प्रदेश के बैकलॉग को हटा दिया जाए तो भारत में एक दिन के अंदर सिर्फ 539 मौतें हुई हैं जो कि बीते 4 महीनों में सबसे कम हैं. वहीं इसी अवधि में 49,007 लोगों ने कोरोना को मात दी है. इसके चलते 109 दिनों के बाद यानी करीब साढ़े तीन महीने बाद एक्टिव केसों की संख्या अब 4,31,315 ही रह गई है. इसके साथ ही देश में अब एक्टिव केसों की संख्या तेजी से घटते हुए 4,32,778 ही रह गई है. कुल केसों के मुकाबले देखें तो एक्टिव केसों का प्रतिशत अब 1.46 फीसदी ही रह गया है.

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स्पूतनिक वी का उत्पादन शुरू 
रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी का हिमाचल में उत्पादन शुरू हो चुका है. इसके साथ ही यह वैक्सीन विदेश से आयात भी हो रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय मॉडर्ना और सिप्ला के टीके की खरीद को लेकर भी बातचीत के अंतिम चरण में है. मॉडर्ना की टीका आयात होकर भी आ सकता है. मंत्रालय के अनुसार अगस्त से टीके की उपलब्धता बढ़नी शुरू होगी और सितंबर-अक्तूबर में प्रतिदिन एक करोड़ तक टीके लगाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है.

जुलाई तक 50 करोड़ का लगेंगी वैक्सीन
जुलाई में भारत का टीकाकरण अभियान काफी रफ्तार पकड़ेगा. जुलाई में 12 करोड़ वैक्सीन सरकार उपलब्ध कराने जा रही है. इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन लगाई जाएगी. अरोड़ा ने कहा कि पोलियो टीकाकरण के चलते कुछ इलाकों में कोविड वैक्‍सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ी है. अब तक 34 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं. जनवरी में केंद्र ने कहा था कि जुलाई अंत तक करीब 50 करोड़ डोज लगा दी जाएंगी ताकि प्राथमिकता वाले समूहों को कवर क‍िया जा सके. टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए रोज करीब 1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.