भारत सरकार ने अपने जेलों में बंद 39 कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। इनमें कैदियों में से 21 कैदी अपनी सजा पुरी कर चुके हैं। बाकी के 18 पाकिस्तानी मछुआरे हैं। सभी कैदियों को अटारी सीमा के रास्ते पाकिस्तान भेज दिया गया।
बताया जा रहा है कि भारत ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब पाकिस्तान ने भारतीय सैनिक चंदू बाबूलाल चव्हाण को सकुशल रिहा कर दिया था। जिसके बाद भारत ने शांति के तरफ हाथ बढ़ाते हुए पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया है।
रिहा हुए इन कैदियों में अकबर दुरयानी भी शामिल है। अकबर दुरयानी को भारत में उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह अपने प्रेमिका से मिलने भारत आया था लेकिन वीजा की अवधि खत्म हो गई थी।
साल 2011 की शुरुआत में दुरयानी की दोस्ती फेसबुक के माध्यम से मध्यप्रदेश की रहने वाली सफिया से हुई। दोनों की दोस्ती धीरे धीरे प्यार में बदली और उससे शादी के लिए वह भारत आ गया।
दुरयानी भारत में सफिया से शादी कर यहीं बस गया। अपनी वीजा के समय को बढ़ाने के लिए दुरयानी ने एप्लाई किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला फिर भी वह भारत में ही रह रहा था। जिसके बाद पुलिस ने उसे गैर तरीके से भारत में रहने पर जेल भेज दिया था।