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Image Source- ANI
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भारत ने पाकिस्तान के 4 कर्मचारियों को क्या बाहर किया कि पाकिस्तान भी भारतीय अधिकारियों को देश से बाहर नेकालने की जुगत में लग गया है। पाकिस जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी उच्चायोग का निष्कासित कर्मचारी महमूद अख़्तर ने कई लोगों के नाम बतायें हैं। जिसके बाद पाकिस्तान की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई में भारतीय दूतावास के आठ अधिकारियों पर ख़ूफ़िया एजेंसी रॉ और आईबी के जासूस होने का आरोप लगाया है।
इसके तुरंत बाद ही भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने प्रेस कांफ्रेंस में साफ कर दिया कि इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय अधिकारियों पर लगाए गए आरोप झूठे हैं।
We completely reject baseless and unsubstantiated allegations made by Pakistan against certain officials of the Indian HC in Islamabad: MEA pic.twitter.com/svxpgJnVqb
— ANI (@ANI_news) November 3, 2016
उन्होंने कहा कि भारत-पाक के बीच समस्या की जड़ पाक द्वारा क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद को समर्थन देना है।
Root cause of problems b/t India & Pak is Pak's support to cross border terrorism & its promotion as element of state policy: Vikas Swaroop pic.twitter.com/15LcTZT82Z
— ANI (@ANI_news) November 3, 2016
गुरुवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रक्ता ने आठ लोगों की लिस्ट जारी करते हुए बताया, 'जैसा कि आप जानते हैं कि भारत के कई राजदूत और अधिकारी भारतीय ख़ूफ़िया एजेंसी रॉ और आईबी के लिए काम करते हैं और पाकिस्तान में कूटनीतिक कामकाज के नाम पर आतंकवाद और तबाही मचाने के काम में लगे हैं।'
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक़ इनमें से छह लोग रॉ के एजेंट हैं, जबकि दो आईबी के लिए काम करते हैं। बयान में कहा गया है कि सुरजीत सिंह नाम के जिस राजदूत को अस्वीकार्य (persona non-grata) घोषित किया गया था वो फ़र्ज़ी पहचान पत्र के साथ आईबी अधिकारी बलबीर सिंह के अधीन काम करता था।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के मुताबिक़ ये लोग कराची, सिंध, बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे थे।