सरकार ने शनिवार को पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब किया और पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया और दूतावास के अन्य अधिकारियों को जरूरी इजाजत मिलने के बावजूद एक गुरुद्वारे में भारतीय श्रद्धालुओं से मुलाकात करने से रोकने पर कड़ा विरोध जताया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को शनिवार को तलब किया गया और पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त व दूतावास के अन्य अधिकारियों को गुरुद्वारा पंजा साहिब जाने और पाकिस्तान विदेश मंत्रालय से यात्रा मंजूरी मिलने के बावजूद भारतीय श्रद्धालुओं से मिलने की इजाजत नहीं देने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।'
बयान के अनुसार, 'इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने भी इस घटना पर कड़ा विरोध जताया गया।'
बयान के अनुसार, 'यह लगातार दूसरी बार है, जब पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को भारत से आए श्रद्धालुओं से मिलने से रोका है।'
अप्रैल में भी बिसारिया व अन्य अधिकारियों को भारतीय श्रद्धालुओं से मुलाकात की इजाजत नहीं दी गई थी, जिसके बाद कड़ा प्रतिरोध जताया गया था।
भारतीय उच्चायोग की टीम यहां पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं के प्रोटोकॉल कर्तव्यों के तहत मेडिकल व अन्य आपातकालीन सहायता करती है।
मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी बयान के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(एसजीपीसी) ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई और कहा, 'पाकिस्तानी पक्ष को यह बताना चाहिए कि भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को दूतावास संबंधी काम करने से रोकना 1961 के कूटनीति संबंधों के लिए वियना सम्मेलन का उल्लंघन है।'
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Source : News Nation Bureau