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भारत सबसे बड़ा कोविड वैक्सीन खरीदार , लेकिन डोज कहां?

एसआईआई सीईओ अदार पूनावाला ने पिछले महीने ट्विटर पर कहा था कि, इसका कोरोना के अफ्रीकी और यूके वेरिएंट के खिलाफ टेस्ट किया गया है और इसकी कुल प्रभावकारिता 89 प्रतिशत है. 

Updated on: 08 Apr 2021, 07:21 PM

highlights

  • ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन सेंटर का विश्लेषण
  • एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को 500 मिलियन डोज
  • नोवावैक्स से एक अरब डोज के ऑर्डर दिए हैं
  • स्पुतनिक वी वैक्सीन की 100 मिलियन खुराक

नई दिल्ली:

कोविड टीकों की आपूर्ति और कमी को लेकर राज्य सरकारों और केंद्र के बीच की तल्खी के बीच, सच्चाई यह है कि भारत 1.6 अरब की प्री-बुकिंग से दुनिया में कोविड दवा का सबसे बड़ा खरीदार रहा है. अमेरिका स्थित ड्यूक यूनिवर्सिटी के ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन सेंटर के एक हालिया विश्लेषण के अनुसार, भारत ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को 500 मिलियन डोज, अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स से एक अरब और रूसी स्पुतनिक वी वैक्सीन की 100 मिलियन खुराक के प्री ऑर्डर दिए थे. सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने सितंबर तक कोवोवैक्स (कंपनी और नोवावैक्स द्वारा संयुक्त रूप से विकसित) के लॉन्च में देरी की घोषणा की है. इसे सितंबर में लॉन्च किया जाएगा.

एसआईआई सीईओ अदार पूनावाला ने पिछले महीने ट्विटर पर कहा था कि, इसका कोरोना के अफ्रीकी और यूके वेरिएंट के खिलाफ टेस्ट किया गया है और इसकी कुल प्रभावकारिता 89 प्रतिशत है. रिपोर्ट्स में पूनावाला के हवाले से कहा गया है कि महत्वपूर्ण कच्चे माल के निर्यात पर अमेरिका द्वारा अस्थायी प्रतिबंध से नोवावैक्स जैसे टीकों का उत्पादन सीमित हो सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, एक बार खरीदे या विकसित किए गए ये टीके, भारतीय आबादी के लगभग 60 प्रतिशत लोगों को तेजी से टीकाकरण करने में मदद कर सकते हैं.

वैश्विक विश्लेषण के अनुसार, भारत शीर्ष कोविड -19 वैक्सीन खरीदार था, जिसके बाद यूरोपीय संघ (ईयू) और अमेरिका का स्थान है. जब रूसी कोविड -19 वैक्सीन स्पुतनिक वी की बात आती है, तो भारतीय दवा नियामक की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने कोविड -19 वैक्सीन प्रस्तावों पर काम करते हुए अतिरिक्त डेटा मांगा है. वहीं इस बीच गोवा में भी बुधवार को पिछले 6 महीने बाद सबसे ज्यादा 527 मामले सामने आये हैं. राज्य के भाजपा अध्यक्ष सदानंद शेट तनावड़े ने गुरुवार को सरकारी एजेंसियों से मास्क ना लगाने वाले लोगों के लिए डर का माहौल बनाने का आग्रह किया.

लॉकडाउन समाधान नहीं डर का माहौल बनाने की जरूरत
तनावड़े ने राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर कहा, लॉकडाउन एक समाधान नहीं हो सकता है. डर का माहौल बनाने की जरुरत है और लोगों को मास्क पहनने की जरूरत है. तनावड़े ने यह भी कहा, सरकार को फोर्स बढ़ाना चाहिए, ताकि लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने के लिए मजबूर किया जा सके. सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, शुरू में लोग डर गए थे, लेकिन आज मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अगर हमें इसे नीचे लाने की जरूरत है, तो कार्यों, पार्टियों को नियंत्रित करने की आवश्यकता है. राज्य भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा, गोवा सरकार को प्राथमिकता के आधार पर पर्यटन उद्योग के श्रमिकों का टीकाकरण करने पर ध्यान देना चाहिए.

दिल्ली, गाजियाबाद के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा में भी नाइट कर्फ्यू
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देख दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर में 8 अप्रैल यानी आज से नाइट कर्फ्यू लागू किया गया है, 17 अप्रैल तक यह रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा. गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने प्रेस नोट जारी कर नाइट कर्फ्यू के निर्देश दिए हैं. निर्देश के मुताबिक, नाइट कर्फ्यू के दौरान आवश्यक वस्तुओं, चिकित्सा सेवाओं के लिए मूवमेंट जारी रहेगी.