तिब्बती बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा के अरूणाचल प्रदेश को लेकर चीनी ने एक बार फिर पुराना राग अलापा है। दौरे को लेकर चीनी मीडिया ने कहा है कि भारत दलाई लामा का इस्तेमाल कर रहा है और चीन विरोधी उसकी गतिविधियां कूटनीतिक पैंतरा है।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में कहा गया है कि दलाई लामा धर्म की आड़ में चीन के खिलाफ अलगावादी गतिविधियों में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। साथ ही यह भी लिखा है कि दलाई लामा के संवेदनशील क्षेत्र के दौरे से दोनों देशों के बीच रिश्ते बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
इससे पहले एक महीने पहले चीन ने 81 वर्षीय दलाई लामा के अरूणाचल दौरे को लेकर भारत के सामने आपत्ति जताई थी। चीन ने दावा किया था कि अरूणाचल प्रदेश दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है।
अखबार के लेख में आगे कहा गया है कि चीन ने इस मसले पर अपनी आवाज उठाई थी लेकिन भारत ने कहा था कि चीन उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करे। अखबार ने भारत के इस दावे को बेतुका बताया है।
चीन के विरोध को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने मंगलवार को कहा था कि दलाई लामा की अरूणाचल यात्रा पूरी तरह धार्मिक है इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत एक चीन नीति का सम्मान करता है, हम चीन से भी इसी तरह की उम्मीद करते हैं। साथ ही कहा था कि अरूणाचल प्रदेश हमारा अभिन्न हिस्सा है।
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मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सभी समुदाय के धार्मिक भावनाओं को स्वतंत्रता दी जानी चाहिए। किसी को भी दलाई लामा के अरूणाचल दौरे से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
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Source : News Nation Bureau