भारत के दौरे पर आए ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे को भारत ने 'अनाधिकारी' बताया है। ताइवान के भारत दौरे पर आने को लेकर चीन के कड़े तेवर के बीच भारत सरकार ने साफ किया है कि यह बस एक अनाधिकारीक दौरा था। इसे राजनीतिक अर्थ नहीं दिया जाना चाहिए।
दरअसल मुद्दा यह था कि भारत के निमंत्रण पर ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे पर आने से चीन तिलमिला गया था। चीन ने इस मुद्दे को 'वन चाइना पॉलिसी' के खिलाफ देख चीन की सरकारी मीडिया ने एक लेख के ज़रिए भारत को गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी थी।
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चीन के इस तेवर के जवाब में भारत ने कहा गया है कि यह एक अनाधिकारी दौरा था। इसे राजनीतिक अर्थ नहीं दिया जाना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, 'ताइवान से आए इस ग्रुप में अकादमिक विद्वान, कारोबारी, धार्मिक हस्तियां और 'कुछ' सांसद शामिल हैं।'
मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि, 'इस तरह के अनाधिकारिक ग्रुप की भारत यात्रा पूरी तरह पर्यटन के उद्देश्य से है।' स्वरूप ने कहा कि 'इस दौरे में कुछ नया नहीं है और इसके राजनीतिक अर्थ नहीं निकालने चाहिए'
इससे पहले बुधवार को चीन ने ताइवान की महिला सांसदों के भारत दौरे पर ऐतराज जताते हुए सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स में भारत को कड़ी चेतावनी दी गई थी।
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Source : News Nation Bureau