देश के पहला ट्रांसजेंडर नेवी सोल्जर अपनी जॉब के लिए लड़ाई लड़ रहा है। इसकी वजह से शाबी का सेक्स चेंज कराकर महिला बन जाना। नेवी ने उसे हटाने के लिए रक्षा मंत्रालय से सिफारिश की है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शाबी का जन्म लड़के के रूप में हुआ था और उसे एमके गिरी के नाम से जाना जाता था। उसने सात साल पहले पुरुष के रूप में पूर्वी नवल कमांड की मरीन इंजीनियरिंग ज्वॉइन किया था। कुछ महीने पहले उसने अपना सेक्स चेंज कराया और महिला बन गई। उसने खुद इस बात की जानकारी नेवी को दी, लेकिन अब उसे बर्खास्त करने की बात चल रही है।
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कानून का किया उल्लघंन
नौसेना के अनुसार, शाबी ने नियम तोड़े हैं। यही वजह है कि उनकी सेवाओं को खत्म किया जाएगा। उन्होंने मुंबई में अपना सेक्स चेंज कराया है और अब पूरी तरह से महिला बन गई है। ऐसे में उन्होंने कानून का उल्लघंन किया है। बर्खास्तगी के बाद उन्हें पेंशन जैसी अन्य सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी, क्योंकि इसके लिए नेवी में 15 साल की नौकरी करना जरूरी है।
बता दें कि नौसेना में ऐसा पहला मामला सामने आया है, क्योंकि अभी तक सेक्स परिवर्तन ऑपरेशन या सशस्त्र बलों में ट्रांसजेंडर्स को लेकर कोई नियम-कानून नहीं है। नौसेना का कहना है कि शाबी ने बिना किसी को खबर दिए सर्जरी कराई है।
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शाबी ने लगाए गंभीर आरोप
वहीं शाबी ने नेवी पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने कहा, 'सेक्स चेंज कराने के बाद भी मुझे पुरुष वॉर्ड में ही रखा गया, जहां तीन जवान पूरे 24 घंटे गार्ड के तौर पर तैनात थे। यही नहीं, मुझे 6 महीने तक मनोरोग वॉर्ड में रखा गया और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया। लेकिन मुझे मानसिक रोगी बनाने में वे नाकामयाब रहे।'
ये है नेवी का नियम
देश की तीनों सेना में नियम है कि महिलाओं की नियुक्ति सिर्फ अफसर के पद पर ही होती है। शाबी नेवी में नाविक यानि सेलर के पद पर नियुक्त था। अभी तक महिलाओं को कम रैंक पर नियुक्त करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
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Source : News Nation Bureau