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अब फ्लाइट में बदतमीजी पड़ेगी महंगी, देश की पहली नो-फ्लाई लिस्ट जारी, दो साल तक का लग सकता है बैन

नो-फ्लाई लिस्ट में दुर्व्यवहार को तीन लेवल में बांटा गया है। पहले लेवल में शारीरिक हावभाव, किसी को डराना-धमकाना या बोलचाल से परेशान करने को रखा गया है।

Updated on: 08 Sep 2017, 06:15 PM

highlights

  • हाल में फ्लाइट में बदतमीजी के कुछ मामले सामने आने के बाद सरकार ने बनाया नो फ्लाई लिस्ट
  • शिवसेना के रविंद्र गायकवाड़ और TDP के दिवाकर रेड्डी के मामले के बाद नो फ्लाई लिस्ट की मांग हुई थी तेज
  • तीन लेवल में नो फ्लाई लिस्ट, तीसरे लेवल के 'उपद्रव' के लिए कम से कम दो साल के बैन का प्रावधान

नई दिल्ली:

हाल में कई फ्लाइट्स में कुछ लोगों के अभद्र व्यवहार के बाद नो- फ्लाई लिस्ट की हो रही मांग के बीच सरकार ने इसे जारी कर दिया है।

यह पहली बार है जब देश में किसी प्रकार का नो- फ्लाई लिस्ट जारी किया गया है।

केंद्रीय विमानन मंत्री अशोक गजपति ने इस संबंध में शुक्रवार को ट्वीट कर नो फ्लाई लिस्ट से जुड़े नियमों के संबंध में जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नो-फ्लाई लिस्ट से जुड़ी शर्ते सभी यात्रियों पर लागू होंगी।

अशोक गजपति के मुताबिक भविष्य में एयरलाइन कर्मचारियों के साथ 'जानलेवा व्यवहार' करने वाले पैसेंजर पर कम से कम दो साल तक का बैन लगाया जा सकता है।

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नो-फ्लाई लिस्ट में दुर्व्यवहार को तीन लेवल में बांटा गया है। पहले लेवल में शारीरिक हावभाव, किसी को डराना-धमकाना या बोलचाल से परेशान करने को रखा गया है। लेवल-वन में दोषी पाए जाने पर किसी भी यात्री पर तीन महीने का प्रतिबंध लगाया जाएगा।

वहीं, दूसरे लेवल में किसी स्टाफ से धक्का-मुक्की करना, मारना या डराने के अंदाज में छूने जैसी हरकत के लिए छह महीने का प्रतिबंध लगेगा। जबकि तीसरे लेवल में 'जानलेवा व्यवहार' जैसे एयरक्राफ्ट सिस्टम का नुकसान करना, शोषण करना जैसी बातों को रखा गया है। इसके लिए यात्री पर कम से कम दो साल या इससे अधिक का भी बैन लग सकता है।

अशोक गजपति ने ट्वीट कर कहा, 'ऐसी किसी भी घटना के 30 दिनों के अंदर बैन पर फैसला ले लिया जाएगा। यह फैसला रिटायर जिला जज की अध्यक्षता वाली एक समिति करेगी।'

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बता दें कि नो फ्लाई लिस्ट के मसौदे का प्रस्ताव इसी साल मई में आया था। हाल में कई ऐसी घटनाएं सामने आई थीं जिसमें फ्लाइट के दौरान कुछ सांसदो द्वारा अभद्र व्यवहार की बात कही गई थी। इसमें शिवसेना के रविंद्र गायकवाड़ और टीडीपी के जेसी दिवाकर रेड्डी का मामला कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था।

इन दोनों के मामलों में एयर इंडिया और इंडिगो ने दोनों सांसदों के कुछ दिनों के लिए उड़ान पर रोक लगा दी थी।

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