चीन की मदद से पाकिस्तान के बलोचिस्तान में चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर की शुरुआत होने और बांग्लादेश में चीन की लगातार बढ़ती मौजूदगी के बीच इस महीने के आखिर में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर बांग्लादेश का दौरा करेंगे।
सार्क में बांग्लादेश भारत के करीबी सहयोगियों में से एक है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बांग्लादेश भारत के साथ खड़ा रहा है। इतना ही नहीं जब भारत ने इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन का बहिष्कार किया था तब बांग्लादेश ने भारत के साथ आते हुए इस सम्मेलन में भाग लेने से मना कर दिया था।
पर्रिकर की यात्रा का मकसद चीन के मुकाबले भारत और बांग्लादेश के आपसी संबंधों को मजबूत करना है। रक्षा मंत्री की यात्रा के दौरान बांग्लादेश के साथ एक नए डिफेंस कोऑपरेशन फ्रेमवर्क पर बातचीत किए जाने की उम्मीद है।
समझौते से दोनों देशों के बीच सैन्या आपूर्ति में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ तकनीक का ट्रांसफर होगा। माना जा रहा है कि दिसंबर में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की भारत यात्रा के दौरान इस नए फ्रेमवर्क को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
भारत को घेरने की रणनीति के तहत चीन बांग्लादेश से अपने संबंधों को बेहतर करने में जुटा हुआ है। सोमवार को ही बांग्लादेश को चीन से दो पनडुब्बी मिली है। इससे पहले अक्टूबर के मध्य में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बांग्लादेश का दौरा किया था। इस दौरान दौरान दोनों देशों के बीच 25 अरब डॉलर के 27 समझौते हुए थे। पिछले 30 सालों में ऐसा करने वाले वह चीन के पहले राष्ट्रपति थे।
HIGHLIGHTS
- नवंबर के आखिर में बांग्लादेश के दौरे पर जाएंगे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर
- चीन लगातार बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को बेहतर करने में लगा है
Source : News Nation Bureau