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भारत की पाकिस्तान को दो टूक, आतंकियों से सांठ-गांठ बर्दाश्त नहीं

भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर अपनी जवाबी कार्रवाई जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना का आतंकियों को दिया जाने वाला सर्मथन स्वीकार नहीं किया जा सकता।

Updated on: 30 Oct 2017, 07:43 PM

highlights

  • पाकिस्तानी डीजीएमओ से हॉटलाइव पर दोपहर बाद भारतीय DGMO से की बात
  • भारतीय DGMO ए. के. भट्ट ने कहा- आक्रामक होकर जवाब देती रहेगी भारतीय सेना
  • पाक डीजीएमओ के अनुरोध पर भारत की ओर से हुई बात

नई दिल्ली:

भारतीय डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल एके. भट्ट ने सोमवार को अपने पाकिस्तानी समकक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान सेना की ओर से घुसपैठियों को दिया जाना वाला सर्मथन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर अपनी जवाबी कार्रवाई जारी रखेगी। पाकिस्तान की तरफ से अनुरोध के बाद लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. भट्ट ने सोमवार को दोपहर 2 बजे अनिर्धारित हॉटलाइन बातचीत के दौरान यह बात कही।

पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने आरोप लगाया था कि भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर 'बिना किसी उकसावे के गोलीबारी' का सहारा लिया है।

लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने उन्हें बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकियों को सीमा पार कराने में की जा रही सहायता नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की इस भारी गोलीबारी का मुख्य कारण है।

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भट्ट यह भी कहा कि पाकिस्तान सेना वहां रहने वाले नागरिकों को जानकारी इकठ्ठा करने और आतंकियों की मदद करने के लिए पास की चौकियों पर भेज रही है।

लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पर घुसपैठ कराने और सशस्त्र आतंकवादियों को हथियारों के साथ भारतीय सेना की चौकियों को निशाने बनाने के लिए दिए जा रहे 'अटूट समर्थन' के जवाब में भारतीय सैनिकों ने जवाबी गोलीबारी की है।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखेगी।

आतंकियों को नियंत्रण रेखा पार कराने में पाकिस्तानी सेना का सहयोग दिया जाना, इस अतिरिक्त क्षति का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना का आतंकियों को दिया जाने वाला सर्मथन अस्वीकार्य है।

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भारतीय डीजीएमओ ने कहा, 'भारतीय सेना सभी जवाबी उपायों को जारी रखेगी। साथ ही भविष्य में पाकिस्तान की तरफ से इस तरह के भड़काऊ कृत्यों का आक्रामकता से जवाब देने का अधिकार भी बरकरार रखेगी।'

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना 'पेशेवर रवैये के सर्वोच्च मानकों' का पालन करती है और नागरिकों को अपना निशाना नहीं बनाती है। जबकि, पाकिस्तान सेना ने चौकियों पर नागरिकों को तैनात किया है और चौकियों के आस पास लोगों को स्थायी रूप से रहने की अनुमति प्रदान की है।

उन्होंने पाकिस्तान डीजीएमओ से कहा, 'इन नागरिकों का उपयोग बार-बार हमारे स्थानों पर जानकारी हासिल करने और आतंकवादियों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए किया जाता है।'

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