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सिक्किम और अरुणाचल में चीन से सटी पूरी सीमा रेखा पर भारत ने तैनात किए सैनिक

सीमा विवाद को लेकर जारी सैन्य गतिरोध के बीच भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन की सीमा से सटे सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के पूरे इलाके में सैनिकों की संख्या को बढ़ा दिया है।

Updated on: 12 Aug 2017, 06:41 AM

highlights

  • भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन की सीमा से सटे सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के पूरे इलाके में सैनिकों की संख्या को बढ़ा दिया है
  • सीमा विवाद को लेकर चीन की तरफ से बार-बार धमकी दिए जाने के बाद भारत ने सैनिकों की तैनाती को बढ़ाने का फैसला लिया है

नई दिल्ली:

सीमा विवाद को लेकर जारी सैन्य गतिरोध के बीच भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन की सीमा से सटे सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के पूरे इलाके में सैनिकों की संख्या को बढ़ा दिया है।

सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सीमा विवाद को लेकर चीन की तरफ से बार-बार धमकी दिए जाने के बाद भारत ने सैनिकों की तैनाती को बढ़ाने का फैसला लिया है।

अधिकारी ने बताया, 'साथ ही सैनिकों के बीच सतर्कता के स्तर को भी बढ़ाने का फैसला लिया गया है।' सिक्किम से अरुणाचल तक करीब 1,400 किलोमीटर की सीमा चीन से लगती है। चीन के आक्रामक रवैये को देखते हुए विस्तृत आकलन करने के बाद भारत सरकार ने यह फैसला लिया है।

अधिकारी ने कहा, 'सिक्किम और अरुणाचल में चीन की सीमा से लगे इलाकों में सैनिकों की तैनाती को बढ़ाने का फैसला लिया है।'

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इसके साथ ही सेना ने सुकना स्थित 33 कोर के साथ अरुणाचल और असम में तैनात 3 और 4 कोर को भारत-चीन सीमा की निगरानी का आदेश दिया है।

अधिकारी ने हालांकि सैनिकों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, 'संवेदनशीलता की वजह से ऐसी जानकारी नहीं दी जा सकती।'

रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक करीब 45,000 जवान मौसम के मुताबिक प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं और इन्हें कभी भी सीमा पर तैनात किया जा सकता है। जिन सैनिकों को 9000 फुट से अधिक ऊंचाई पर तैनात किया जाता है, उन्हें 14 दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरना होता है।

अधिकारी ने बताया कि भारत-चीन-भूटान तिराहे पर सैनिकों की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। यहां पर भारत ने करीब 350 जवानों को तैनात कर रखा है। भूटान और चीन के बीच डोकालम को लेकर विवाद चल रहा है।

गौरतलब है कि डोकालम इलाके में सड़क निर्माण रोके जाने के बाद से चीन लगातार भारत को युद्ध की धमकी देते हुए सैनिकों को पीछे लिए जाने की अपील कर रहा है। हालांकि भारत ने साफ कर दिया है कि चीन के सैनिकों के वापस जाने के बाद ही वह अपने सैनिकों को वापस बुलाएगा।

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