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लद्दाख तक नई रणनीतिक सड़क बन कर तैयार, सैनिकों के लिए बेहद अहम

भारत ने दारचा और लेह को जोड़ने वाले हाइवे का काम पूरा कर लिया है. इस रास्ते से सैनिकों को रसद और हथियार पहुंचाना अब काफी आसाना हो जाएगा.

Updated on: 06 Sep 2020, 08:14 AM

नई दिल्ली:

एक तरफ जहां भारत और चीन के बीच तनाव लगातार जारी है तो वहीं दूसरी ओर भारत ने दारचा और लेह को जोड़ने वाले हाइवे का काम पूरा कर लिया है. इस रास्ते से सैनिकों को रसद और हथियार पहुंचाना अब काफी आसाना हो जाएगा. दरससल इस हाइवे को रणनीतिक तौर से काफी अहम माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस मार्ग दुश्मन को भनक लगे बगैर सैनिक आसानी से मूवमेंट कर सकते हैं.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस निम्मू-दारचा औऱ लेह को जोड़वे वाले ये हाइवे जल्द शुरब होने वाला है. आइए जानते हैं इस हाइवे के शुरू होने से क्या लाभ होंगे-

  • 280 किलोमीटर लंबे हाइवे के जरिए मनाली से लेह जाने में 5-6 घंटे कम लंगेंगे
  • 10-11 महीने ये हाइवे खुला रहेगा.
  • हाइवे में केवल 30 किलोमीटर का काम बाकी, तब तक डाइवर्टिंग रोड की मदद ली जाएगी.
  • यह सड़क कम ऊंचाई पर है और सेना भी इसका इस्तेमाल कर सकती है

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वहीं दूसरी ओर दूनिया की दुनिया की सबसे लंबी टनल आखिरकार बन कर तैयार. पिछले 10 सालों से इसको बनाने का काम जारी था. बताया जा रहा है कि इस टनल की वजह से अब मनाली से लेह के बीच करीब 46 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है. इस टल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है. इसका नाम है अटल रोहतांग टनल. अगले महीने इस टनल का उद्घाटन किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस टनल का उद्घाटन करने मनाली जाएंगे. जानकारी के मुताबिक 29 सितंबर उद्घाटन की प्रस्तावित तारीख है. ये टनल 9.2 किलोमीटर लंबा है जो लद्दाख को सालभर शेष दुनिया से जोड़े रखेगा. 10 हजार 171 फीट की ऊंचाई बनी इस टनल को दुनिया की सबसे ऊंची और सबसे लंबी टनल बताया जा रहा है.