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India China Standoff: गलवान पर चीन का बड़ा झूठ आया सामने, देखें Video

भारत और चीन विवाद के बीच एक नया वीडियो सामने आया है. इसमें चीन के प्रोपेगेंडा और साजिश का पर्दाफाश हो रहा. इस वीडियो के मुताबिक, गलवान की में  हुई झड़प चीन की एक सोची समझी साजिश थी.

Updated on: 19 Feb 2021, 08:17 PM

नई दिल्ली :

भारत और चीन विवाद के बीच एक नया वीडियो सामने आया है. इसमें चीन के प्रोपेगेंडा और साजिश का पर्दाफाश हो रहा. इस वीडियो के मुताबिक, गलवान की में  हुई झड़प चीन की एक सोची समझी साजिश थी. ग्लोबल टाइम्स का पहला वीडियो सामने आया है. चीन ने पहली बार कबूल किया है कि जून में गलवान में हुई झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे. इन सभी सैनिकों को चीन ने अपने यहां हीरो का दर्जा दिया था. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग ने काराकोरम पर्वत पर तैनात रहे पांच चीनी सैनिकों के बलिदान को याद किया. ये है- पीएलए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन. इसमें चार की मौत गलवान के खूनी झड़प में हुई थी, जबकि एक की मौत रेस्क्यू के समय नदी में बहने से हुई थी.

गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ हुए संघर्ष में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के चार सैनिकों की मौत हो गई थी और एक के घायल होने की सूचना मिली थी. चीन ने शुक्रवार को पहली बार इन्हें सम्मानित किया है. चीनी मीडिया ने इसकी जानकारी दी है. चीनी मीडिया चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क (सीजीटीएन) ने दावा किया है कि पीएलए के पांच सैनिकों को मानद उपाधि और प्रथम श्रेणी के मेरिट प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है.

इसमें कहा गया कि जून, 2020 में सीमा पर हुए एक संघर्ष के दौरान चार चीनी सैनिकों को मरणोपरांत मानद उपाधियों और प्रथम श्रेणी के योग्यता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिसकी घोषणा शुक्रवार को केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) ने की.

स्थानीय मीडिया ने कहा, राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्र की रक्षा के लिए शहीदों के बलिदान को याद करते हुए सीएमसी ने पहली बार उनके नाम और वीर गाथाओं का अनावरण किया है.

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इसमें कहा गया, "चेन होंगजुन को राष्ट्रीय क्षेत्र की रक्षा के लिए 'नायक' की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है. चेन जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग जुओरन को प्रथम श्रेणी के मेरिट उद्धरण से सम्मानित किया गया है. टकराव के दौरान जवानों का नेतृत्व करते हुए कर्नल क्यूई फेबाओ गंभीर रूप से घायल हो गए थे. क्यूई को नायक कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है."

अभी कुछ समय पहले भारतीय सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई.सी. जोशी ने रूस की एक एजेंसी के हवाले से दावा किया था कि 15 जून, 2020 को 45 चीनी पीएलए सैनिक मारे गए थे. इस संघर्ष में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे, जबकि चीन में कभी भी मारे गए सैनिकों की संख्या घोषित नहीं की.