टीकाकरण अभियान के लिए भारत बायोटेक ने भेजी कोवैक्सीन की पहली खेप
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑगेर्नाइजेशन (सीडीएससीओ) के तहत केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई) दवाओं के परीक्षण और देश के उत्तरी भाग में इसका प्रसार करने वाली एक नोडल एजेंसी है.
नई दिल्ली:
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने अपने द्वारा विकसित कोरोनावायरस की वैक्सीन-कोवैक्सीन की पहली खेप सरकार को भेज दी है ताकि देश में आने वाले समय में चलाए जाने वाले टीकाकरण अभियान के लिए इनका वितरण किया जा सके. कंपनी के सीएमडी डॉ. कृष्णा एला ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम कसौली के केंद्रीय अनुसंधान संस्थान को एक खेप भेज चुके हैं."
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हालांकि सरकार को यह कितनी मात्रा में भेजी गई है, इसके बारे में अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है. सरकार ने वैक्सीन के वितरण के लिए इसकी कितनी खुराकें कंपनी से मंगाई है, एला ने इसके बारे में कुछ भी नहीं बताया.
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सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑगेर्नाइजेशन (सीडीएससीओ) के तहत केंद्रीय अनुसंधान संस्थान (सीआरआई)दवाओं के परीक्षण और देश के उत्तरी भाग में इसका प्रसार करने वाली एक नोडल एजेंसी है. एला ने यह भी कहा कि उनके पास अभी दो करोड़ खुराकें बनकर तैयार है और जुलाई तक उनके द्वारा आठ करोड़ खुराकों का निर्माण कर लिया जाएगा. कंपनी का मकसद दक्षिण भारत में बनाए जा रहे अपने चार और सुविधा केंद्रों के साथ भविष्य में कोवैक्सीन की 70 करोड़ खुराकों के उत्पादन की है.
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