पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के ठीक चौथे दिन सुरक्षाबलों ने पुलवामा के मास्टरमाइंड राशिद गाजी को ढेर कर दिया. पुलवामा के पिंगलान इलाके में रविवार आधी रात से जारी एनकाउंटर (Pulwama Encounter) में सुरक्षाबलों ने सोमवार सुबह राशिद गाजी उर्फ कामरान और हिलाल अहमद को ढेर कर दिया. माना जा रहा है कि राशिद गाजी के ही निर्देशन में आतंकियों ने पुलवामा की घटना को अंजाम दिया था. बताया जा रहा है कि राशिद गाजी अफगान में आतंक फैलाता रहा है, लेकिन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने अपनी भतीजे उस्मान की मौत का बदला लेने के लिए उसे कश्मीर में तैनात किया था.
पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के बाद से ही घाटी में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन तेज कर दिया था. रविवार देर रात सुरक्षाबलों को खबर मिली कि पुलवामा के पिंगलान में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और 11 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद दो आतंकियों को ढेर कर दिया. हालांकि इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर सहित 4 जवान शहीद हो गए.
ऑपरेशन में 55RR, CRPF और SOG के जवान शामिल थे. आतंकियों से मुठभेड़ में एक मेजर मेजर डीएस डोंडियाल सहित 4 जवान शहीद हो गए. शहीद जवानों में हेड कॉन्स्टेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह शामिल हैं. एक घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कौन है आतंकी गाजी राशिद?
जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर ने अपने भतीजे उस्मान की मौत का बदला लेने के लिए अपने टॉप कमांडर आईईडी एक्सपर्ट गाजी राशिद को तैनात किया था. माना जाता है कि गाजी अपने 2 सहयोगियों के साथ दिसंबर में कश्मीर में घुसा था.
गाजी राशिद ने 2008 में जैश-ए-मोहम्मद ज्वाइन किया था और उसकी ट्रेनिंग तालिबान में हुई थी. कुछ ही समय बाद उसने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के इलाके में युवा लड़ाकों को ट्रेनिंग देनी शुरू की थी.