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भारत और जापान के बीच न्यूक्लियर डील पर समझौता हो गया है। दोनों देशों के बीच सिविल न्यूक्लियर डील पर समझौता होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि क्लीन एनर्जी के उपयोग के क्षेत्र में यह ऐतिहासिक डील है। गौरतलब है कि भारत के परमाणु कार्यक्रम के लिहाज से इस डील को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि पहली बार जापान ने किसी ऐसे देश के साथ सिविल न्यूक्लियर डील किया है जिसने NPT (Nonproliferation Treaty) पर साइन नहीं किया है।
PM Narendra Modi: I wish to thank Prime Minister Abe for the support extended for India’s membership of the Nuclear Suppliers Group.
— ANI (@ANI_news) 11 November 2016
भारत और जापान के बीच न्यूक्लियर डील पर कई सालों से बातचीत हो रही थी लेकिन साल 2011 में फुकुशिमा न्यूक्लियर पावर प्लांट में हुए हादसों के बाद यह डील अटक गई थी। दोनों देशों के बीच डील होने के बाद पीएम मोदी ने कहा हमारे देश के जो भी कारोबारी सहयोगी है उनसे हमारा मकसद सिर्फ कारोबार और सुरक्षा के क्षेत्र में काम करना नहीं है बल्कि हम पूरे एशिया में शांति, स्थिरता और संतुलन बनाए रखने के लिए भी साथ मिलकर काम करेंगे।
पीएम मोदी ने एनएसजी (न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप) में भारत के समर्थन के लिए भी जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे का शुक्रिया अदा किया। पीएम मोदी ने समझौता होने के बाद कहा भारत और जापान आतंकवाद और सीमा पार से होने वाले आतंकवाद जैसे विषयों पर एक मत है।
इससे पहले पीएम मोदी ने शुक्रवार की सुबह जापान की राजधानी टोक्यो में राजा अकिहितो से मुलाकात की। पीएम जापान में बुलेट ट्रेन की भी यात्रा करेंगे। जापान में बुलेट ट्रेन की तर्ज पर ही भारत में मुंबई से अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड बुलेट ट्रेन रूट जापान की मदद से तैयार किया जाना है।
HIGHLIGHTS
- भारत-जापान के बीच हुए सिविल न्यूक्लियर डील
- पीएम मोदी ने डील को बताया ऐतिहासिक
- एनएसजी सदस्यता के समर्थन के लिए जापान का शुक्रिया-पीएम मोदी