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आतंक पर भारत, फ्रांस साथ तो देवबंद खिलाफ क्यों? देखिए दीपक चौरसिया के साथ 'देश की बहस'

देवबंद पैगंबर का उदाहरण देते हुए कहता है कि, इब्न अब्बास कहते हैं कि जब मुस्लिम किसी दुश्मन देश में दाखिल हों और उसके ठिकानों पर कब्जा करें तब ज़रूरी है कि दुश्मन उन्हें बुलाकर इस्लाम को गले लगाएं..

Updated on: 04 Nov 2020, 09:58 PM

नई दिल्ली:

आतंक के मुद्दे पर भारत अगर फ्रांस के साथ है तो देवबंद को इसपर आपत्ति क्यों हो रही है. इस मुद्दे पर टीवी डिबेट शो में वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने मेहमानों के साथ डिबेट की. देवबंद पैगंबर का उदाहरण देते हुए कहता है कि, इब्न अब्बास कहते हैं कि जब मुस्लिम किसी दुश्मन देश में दाखिल हों और उसके ठिकानों पर कब्जा करें तब ज़रूरी है कि दुश्मन उन्हें बुलाकर इस्लाम को गले लगाएं...इब्न अब्बास के मुताबिक पैगंबर ने कभी किसी ऐसे पर वार नहीं किया जिसने पहले ही इस्लाम को गले लगाकर अल्लाह में आस्था दिखा दी हो...इस्लाम के प्रसार का लक्ष्य जब बिना जंग के हासिल हो जाए तो जंग बिल्कुल ज़रूरी नहीं होती...पैगंबर ने ये भी कहा है कि हमें दुश्मनों के खिलाफ जंग तभी तक जारी रखनी चाहिए जबतक कि वो ये कबूल ना कर लें कि अल्लाह के अलावा और दूसरा कोई कोई खुदा नहीं है. आइए बताते हैं इस डिबेट में किसने क्या कहा.

  • इस्लाम अमन और शांति का संदेश देता हैः  एश्तेशाम हाशमी
    करीब 50 ऐसी संस्थाएं हैं जिन्हें सरकार ने बैन किया है और वो मुस्लिम नहीं हैंः  एश्तेशाम हाशमी
    कट्टरपंथ की बात सिर्फ एक धर्म के साथ नहीं होती हैः  एश्तेशाम हाशमी
    कट्टरपंथ, इस्लामिक आतंकवाद और जिहादी संगठनों पर बात करेंगे तो बात नहीं बनेगीः  एश्तेशाम हाशमी
    आपको डोनाल्ड ट्रंप और मैंक्रों से मतलब होगा लेकिन हिन्दुस्तानी मुसलमानों को इनसे कोई मतलब नहीं हैः  एश्तेशाम हाशमी
    इस्लाम धर्म किसी हिंसा को इजाजत नहीं देता है, ये बातें कुरान में लिखी हैंः  एश्तेशाम हाशमी
  • दारा शिकोह की भी गर्दन काटी थी, इमाम हुसैन की भी गर्दन काटी थीः  तारेक फतेह
    जो लोग हिन्दुस्तान में अमन की बात करते हैं और कुरान में कुछ नहीं है ये लोग न तो हिन्दुस्तानी है न ये तुर्की  और न ये अरबी हैः  तारेक फतेह
    50 हजार मस्जिदों में हर जुम्मे को ये दुआ मांगी कि काफिरों को सजा दोः  तारेक फतेह
    इन लोगों ने 20 हजार लड़कियों को बेचा है और सोमनाथ तोड़ने वाले मुहम्मद बिन कासिम के समर्थन खड़े रहते हैंः  तारेक फतेह
    पाकिस्तान में बलोचिस्तान में जमकर कहर ढा रहा है लाखों बच्चे गायब हैं किसी हिन्दुस्तानी मुसलमान ने प्रोटेस्ट कियाः  तारेक फतेह

  • ये तो निश्चित तौर पर बहुत ही खतरनाक बात है कि अगर आप कह रहे हैं कि 20 करोड़ मुसलमान परेशान हैः चैतन्य भट्ट, दर्शक
    लेकिन ये बात भी सही है कि किसी भी धर्मगुरू के बारे में ऐसा कार्टून नहीं बनना चाहिएः चैतन्य भट्ट, दर्शक
    लेकिन अगर बन भी गया हो तो कम से कम गला तो नहीं काटना चाहिएः चैतन्य भट्ट, दर्शक

  • फ्रांस में कभी भी जाति विशेष या धर्म विशेष के लिए बात नहीं हुईः गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी
    अब क्या कांग्रेस के राशिद मसूद ये तय करेंगे कि फ्रांस के राष्ट्रपति क्या करेंगे या क्या नहींः गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी
    आज पूरी दुनिया में जितने भी थिंक टैंक्स हैं वहां सिर्फ रेडिकल इस्लाम पर ही बात चल रही हैः गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी

  • भारत ने जो भी फैसला लिया फ्रांस के साथ रहने का मैं इससे पूरी तरह से सहमत हूंः मिताली कौर, जयपुर
    आतंकवादी धर्म की आड़ में आतंकी बनते हैं ये बहुत ही गलत बात हैः मिताली कौर, जयपुर

  • आप मुस्लिम पैनलिस्ट को बोलने क्यों नहीं देते हैं, सुनिए तो सही एक बारः  मौलाना साजिद रशीदी  एआईआईए, अध्यक्ष
    एक है इस्लाम और एक है मुसलमान, मुसलमान गलत हो सकता है लेकिन इस्लाम नहींः मौलाना साजिद रशीदी  एआईआईए, अध्यक्ष
    दारुल उलूम ने गला काटे जाने की कड़ी निंदा की है और पीएम को चिट्ठी लिखी है इस परः मौलाना साजिद रशीदी  एआईआईए, अध्यक्ष
    मेरे देश के प्रधानमंत्री हैं वो मैं जाकर उनसे मिला मेरी फोटो भी है उनके साथः मौलाना साजिद रशीदी  एआईआईए, अध्यक्ष
    ये हमारा संवैधानिक अधिकार है देश के पीएम से प्यार करनाः मौलाना साजिद रशीदी  एआईआईए, अध्यक्ष

  • रशीदी साहब ने कहा कि आपके चैनल पर मुसलमान पैनलिस्ट को बोलने नहीं दिया जाताः सुबुही खान
    सबसे पहली बात कि आप मुसलमान ही नहीं है मुसलमान वो होता है जिसका मुसल्लम ईमान होः सुबुही खान

  •  मैं बिलकुल भारत के प्रधानमंत्री का समर्थन करता हूंः अमित पटेल, दर्शक, गोरखपुर
     पूरा देश प्रधानमंत्री के इस फैसले के साथ खड़ा हैः अमित पटेल, दर्शक, गोरखपुर
    मैं मौलाना साजिद रशीदी को महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियों के लिए निंदा करता हूंः अमित पटेल, दर्शक, गोरखपुर

  •  प्रज्ञा ठाकुर किस मदरसे से पढ़कर आई है दिल्ली में जो दंगे फैला रहे वो किस मदरसे से पढ़कर आए थेः असगर खान, राजनीतिक विश्लेषक
    आप पाकिस्तानियों की आवाज में आवाज मिला रहे हैं जो आपके खिलाफ बोलता है उसका ऑडियो बंद कर देते हैंः असगर खान, राजनीतिक विश्लेषक
    आप हमारे और अपने बीच दीवार खड़ी करने के लिए क्यों खड़े हैंः असगर खान, राजनीतिक विश्लेषक
     आपको किसने कहा कि इस्लाम को टेरिरिज्म से जोड़ दोः असगर खान, राजनीतिक विश्लेषक
    इस्लाम को क्यों बीच में लाते हो, आप इस्लाम को टारगेट करने की कोशिश क्यों करते होः असगर खान, राजनीतिक विश्लेषक

  • ये सोचते हैं कि हम हमेशा डिफेंसिव मोड में रहें ये हमारा गला काट दें हम इनसे पूछे भी नहींः सुबुही खान
    ये गजवाए हिन्द की बात करते हैं अपने मुल्क को लेकरः सुबुही खान
    अब नो मोर डिफेंसिव मोडः सुबुही खान

  • मेरे पास ऐसे शब्द नहीं मिल रहे हैं कि एक नेशनल टीवी पर एक महिला के सामने क्या बोल दिया हैः विनोद बंसल, प्रवक्ता वीएचपी
    आज इस मौलाना ने ये शब्द बोलकर ये साबित कर दिया कि इस्लाम की क्या मानसिकता हैः विनोद बंसल, प्रवक्ता वीएचपी
    ये लोग करेंगे वहीं जिससे लोगों का गला कटेः विनोद बंसल, प्रवक्ता, वीएचपी
    जब चीन के अंदर लगातार मुसलमानों का दमन किया जा रहा है तब ये कुछ नहीं बोलते हैंः विनोद बंसल, प्रवक्ता, वीएचपी
    आज एक नेशनल टीवी पर एक बेटी को जो शब्द बोला हो शर्मनाक हैः विनोद बंसल, प्रवक्ता, वीएचपी

  • कुरान की आयातों में कहीं भी नहीं लिखा है कि आप निर्दोषों को मारेंः सोनू पांडेय, दर्शक, कानपुर
    जो लोग फ्रांस के साथ नहीं खड़े हैं इस मुद्दे पर वो सरासर गलत हैं वो कहीं न कहीं उन आतंकियों को बढ़ावा दे रहे हैंः सोनू पांडेय, दर्शक, कानपुर