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भारत और चीन के बीच कल चुशूल में होगी 9वीं कमांडर स्तर सैन्य वार्ता

भारत और चीन के बीच मई 2020 से ही लद्दाख सीमारेखा पर सैन्य विवाद जारी ही आए दिन चीन एलएसी पर अपनी नापाक हरकतें दोहराता रहता है. हालांकि भारतीय जवान भी चीन की इन नापाक हरकतों का समय-समय पर मुंहतोड़ जवाब भी देते रहते हैं. 

Updated on: 23 Jan 2021, 12:54 PM

नई दिल्ली :

भारत और चीन के बीच के पूर्वी लद्दाख में चल रहा सैन्य गतिरोध अपने चरम पर है. दोनों देशों के बीच रविवार को 9वीं कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता की जाएगी. दोनों देशों के बीच यह बातचीत भारत में चुशूल सेक्टर के सामने मोल्डो में आयोजित की जाएगी. आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच मई 2020 से ही लद्दाख सीमारेखा पर सैन्य विवाद जारी ही आए दिन चीन एलएसी पर अपनी नापाक हरकतें दोहराता रहता है. हालांकि भारतीय जवान भी चीन की इन नापाक हरकतों का समय-समय पर मुंहतोड़ जवाब भी देते रहते हैं. 

दोनों देशों के बीच अब तक 8 बार सैन्य वार्ता भी हो चुकी है लेकिन मामला जहां का तहां है. अभी भी दोनों देशों के बीच सीमा विवाद जारी है. रविवार को होने वाली 9वीं सैन्य बैठक में होने वाली में क्या नतीजा निकलेगा इस बात पर दोनों देशों की नजरें बनी होंगी. मीडिया में आईं खबरों की मानें तो दोनों देशो के बीच सीमा रेखा पर युद्ध जैसे हालात हैं और स्थितियां ऐसी हैं कि कभी भी युद्ध हो सकता है. 

LAC पर 200 मीटर दूर टैंक किए तैनात
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन ने एलएसी पर पूर्वी लद्दाख के इलाके में टैंक तैनात कर दिए हैं. एलएसी से मजह 200 मीटर की दूरी पर भारतीय टी-90 और चीनी टी-15 टैंक आमने-सामने हैं. चीन ने एलएसी के रेजांगला, रेचिन ला और मुखोसरी पर अपने टैंक तैनात किए हैं. दूसरी तरफ अमेरिका ने भी चीन की नापाक चाल की जानकारी भारत को दे दी है. अमेरिका ने भारत को जानकारी दी है कि चीन के 12 जंगी जहाज अंडमान द्वीप की ओर बढ़ने के लिए तैयार हैं. 

मिसाइल पहले ही तैनात कर चुका है चीन
चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा टकराव के मद्देनजर रेडार, सतह से हवा में और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें और अन्य हथियार भारी संख्या में बीते दिसंबर में ही तैनात कर दिए थे. इसके बाद भारत की ओर से भी चीन को साफ चेतावनी दे दी गई कि अगर चीन से किसी भी तरह की हरकत करने की कोशिश की तो नतीजे भयानक हो सकते हैं.