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Independence Day 2019: लाल किले से तीन तलाक पर बोले पीएम मोदी, 'देश की मुस्लिम बेटियां डरी हुई जिंदगी जी रही थीं'

आज देश 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस मौके पर हर कोई देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आ रहा है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर लाल किले से देशवासियों को संबोधित कर रहे है.

Updated on: 15 Aug 2019, 08:25 AM

नई दिल्ली:

आज देश 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस मौके पर हर कोई देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आ रहा है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर लाल किले से देशवासियों को संबोधित कर रहे है. इससे पहले उन्होंने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और सीधे लाल किले के लाहौरी गेट पहुंचे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया.

अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी का लाल किले से पहला भाषण है. ऐसे में पूरे देश की नजर उनके भाषण पर थी कि आखिर आज वो किन योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं. दूसरी बार बीजेपी की सरकार आने के कुछ महीनों में ही उन्होंने दो तीन तलाक और अनु्च्छेद 370 जैसे मुद्दों को लेकर बड़ा फैसला लिया है.

आज लाल किले से पीएम मोदी ने तीन तलाक पर बोलते हुए कहा, 'हम सबका साथ-सबका विकास का मंत्र लेकर चले थे, लेकिन पांच साल में ये सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास हो गया जो देश की वजह से हुआ है. अब हम संकल्प से सिद्धी की ओर बढ़ रहे हैं. पीएम ने कहा कि देश आतंकवाद के खिलाफ एक साथ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.

उन्होंने आगे कहा कि देश की मुस्लिम बेटियां डरी हुई जिंदगी जी रही थीं, भले ही वो तीन तलाक की शिकार नहीं बनी हों लेकिन उनके मन में डर रहता था. तीन तलाक को इस्लामिक देशों ने ही खत्म कर दिया था, तो हमने क्यों नहीं किया. अगर देश में दहेज, भ्रूण हत्या के खिलाफ कानून बना सकते हैं तो तीन तलाक के खिलाफ क्यों नहीं.

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारतीय संविधान की भावना का आदर करते हुए मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार मिले, हमने इस महत्वपूर्ण फैसले को लिया. यह निर्णय राजीतिक तराजू से तौलने का निर्णय नहीं होते हैं.

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बता दें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President RamNath Kovind) की मंजूरी के बाद ट्रिपल तलाक बिल (Triple Talaq Bill) आखिरकार ट्रिपल तलाक कानून (Triple Talaq Law) बन गया है और मु्स्लिम महिलाओं को तीन तालक जैसे कुप्रथा से आजादी मिल गई है. यह कानून 19 सितंबर 2019 से देश में पूरी तरह से लागू माना जाएगा. यह बिल तीन तलाक को अपराध बनाता है.