तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित नेहरू जूलॉजिकल पार्क में शनिवार को बाघिन आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया. पार्क प्रशासन के मुताबिक तीनों शावक स्वस्थ हैं. लद्दाख स्थित भारत-चीन सीमा पर जान गंवाने वाले कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर एक सावक का नाम संतोष रखा गया है. जबकि दो शावकों का नाम सूर्या और संकल्प हैं.
शेरों के संरक्षण के लिए जल्द ही शुरु होगी योजना
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल्द ही एशियाई शेरों और उनके आवासन क्षेत्र के संरक्षण के लिए वृहद योजना शुरू करेगी. भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किए के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने लोगों को पूर्व में बाघ और हाथी संरक्षण योजना की याद दिलाई. पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक शेर संरक्षण परियोजना में शेरों के पारिस्थितिकी विकास, प्रबंधन में आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल शेरों को होने वाली बीमारी से बचाव, संबंधित प्रजातियों पर विश्व स्तरीय शोध और पशु चिकित्सा के पहलू शामिल होंगे.
वर्ष 2018 की गणना के मुताबिक भारत में जंगल में रहने वाले बाघों की आबादी में गत चार साल में 30 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है. इस समय देश में 2,967 बाघ हैं. जबकि 2014 में यह संख्या 2226 थी. मोदी ने बाघों की संख्या की बढ़ोतरी को ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया.
Source : News Nation Bureau