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सीबीआई में घमासान, निदेशक आलोक वर्मा ने स्पेशल निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ दर्ज करवाई FI

इस मामले में सीबीआई ने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर एक मामले को निपटाने के लिए तीन करोड़ रुपये की घूस लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है

Updated on: 22 Oct 2018, 10:06 AM

नई दिल्ली:

सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और स्पेशल निदेशक राकेश अस्थाना के बीच विवाद अब सार्वजनिक हो गया है. इस मामले में सीबीआई ने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर एक मामले को निपटाने के लिए तीन करोड़ रुपये की घूस लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है. सीबीआई ने भ्रष्टाचार के इस मामले में सतीश साना की शिकायत के आधार पर विशेष निदेशक राकेश अस्थाना, पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र कुमार, मनोज प्रसाद और कथित बिचौलिए सोमेश प्रसाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

भ्रष्टाचार का यह मामला कथित तौर पर हैदराबाद के कारोबारी सतीश साना से जुड़ा हुआ है. इस मामले में मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से भी उसका नाम जुड़े होने की बात सामने आई थी जिसके बाद मामले को खत्म करने के लिए अस्थाना पर तीन करोड़ रुपये बतौर घूस लिए जाने का आरोप है.

सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक अस्थाना के खिलाफ यह एफआईआर इस आधार पर दर्ज किया है कि मनोज प्रसाद और उनके भाई सोमेश प्रसाद सतीश साना से मिले. सतीश साना का नाम मीट कारोबारी मोइऩ कुरैशी की जांच के दौरान सामने आया था जिसके बादा दोनों भाईयों ने सतीश को बताया कि एक सीबीआई अधिकारी की मदद से पैसे देकर वो केस को खत्म करा सकते हैं.

इस मामले में सतीश का आरोप है कि इसके सोमेश की एक अधिकारी से फोन पर बात हुई और उसके बाद उसने दावा किया कि 5 करोड़ रुपये में मामले को खत्म करा दिया जाएगा लेकिन इसके लिए तीन करोड़ रुपये एडवांस में देने होंगे. इसके बाद सोमेश ने सतीश को बताया कि जिस अधिकारी से बात कई गई वो राकेश अस्थाना थे और कथित तौर पर इसकी पुष्टि के लिए उसने अस्थाना की व्हाट्स ऐप डीपी भी सतीश को दिखाई थी.

सतीश साना की शिकायत सीआरपीसी की धारा 164 के तहत रिकॉर्ड किए गए बयान के आधार पर ही सीबीआई ने अपने ही अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज की है. इस मामले में बिचौलिये मनोज को भी बीते 16 अक्टूबर को दुबई से दिल्ली आने पर सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया.