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भारत का व्यापारिक कॉरिडोर होगा त्रिपुरा : पीएम मोदी
(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि त्रिपुरा भारत का व्यापारिक गलियारा (कॉरिडोर) होगा और पूर्वोत्तर राज्य को रेलवे और जलमार्ग के जरिए बांग्लादेश से जोड़ा जाएगा।
माकपा के नेतृत्व वाली वाम मोर्चा सरकार का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले राज्य के विकास में ब्रेक लगे थे, क्योंकि पिछली सरकार के पास राज्य के विकास के लिए विजन, मिशन और मानसिकता नहीं थी और उनके शासन में भ्रष्टाचार था।
पीएम मोदी ने कहा, 21वीं सदी का भारत, सबको साथ लेकर, सबके विकास और सबके प्रयास से ही आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी के शासन के लाभों पर भी जोर दिया।
मोदी ने स्वामी विवेकानंद मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, भाजपा सरकार त्रिपुरा में आने के बाद (2018 में), डबल इंजन सरकारें हीरा (राजमार्ग, इंटरनेट, रेलवे और एयरवेज) मॉडल के माध्यम से राज्य का विकास कर रही हैं।
उन्होंने कहा, केंद्र और राज्य में जब विकास को सर्वोपरि रखने वाली सरकार होती है, तो डबल तेजी से काम भी होता है। इसलिए डबल इंजन की सरकार का कोई मुकाबला ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार (केंद्र और राज्य) सभी क्षेत्रों में विकास, सभी लोगों के कल्याण, सपनों की पूर्ति और वांछित योजनाओं और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक है।
बांस से कई उत्पाद बनाने के लिए राज्य के प्रयासों की सराहना करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों को केंद्र द्वारा बांस से संबंधित अधिनियम में संशोधन से लाभ मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां त्रिपुरा में जैविक खेत (ऑर्गेनिक फामिर्ंग) को लेकर भी अच्छा काम हो रहा है। पाइन एपल हो, सुगंधित चावल हो, अदरक हो, हल्दी हो, मिर्च हो, इससे जुड़े किसानों के लिए देश और दुनिया में आज बहुत बड़ा मार्केट बन चुका है। त्रिपुरा के छोटे किसानों की ये उपज आज किसान, किसान रेल के द्वारा, अगरतला से दिल्ली समेत देश के कई शहरों तक कम भाड़े में, कम समय में पहुंचा रही है। महाराजा बीर बिक्रम एयरपोर्ट पर जो बड़ा कार्गो सेंटर बन रहा है, इससे यहां के ऑर्गेनिक कृषि उत्पाद विदेशी बाजारों तक भी आसानी से पहुंचने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से युवा लाभान्वित होंगे और स्थानीय भाषाओं के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाएगी और यह पूर्वोत्तर राज्यों के लिए बहुत फायदेमंद होगा। मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद, प्रधानमंत्री अगरतला आए, जहां उन्होंने 450 करोड़ रुपये की लागत से बने महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया।
नया हवाई अड्डा, जिसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में घोषित किए जाने की संभावना है, एक अत्याधुनिक टर्मिनल है, जिसमें आधुनिक सुविधाओं वाले 30,000 वर्ग मीटर में फैले भवन और नवीनतम आईटी नेटवर्क एकीकृत प्रणाली द्वारा समर्थित है।
अगरतला से 20 किमी उत्तर में हवाई अड्डे का नवनिर्मित एकीकृत टर्मिनल, एक बार में कम से कम 1,200 यात्रियों और प्रति वर्ष 15 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम है।
उन्होंने त्रिपुरा में दो महत्वपूर्ण योजनाएं - मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना और विद्याज्योति स्कूलों की परियोजना मिशन 100 - भी शुरू कीं। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में छह हवाई अड्डे थे, लेकिन मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस क्षेत्र में हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है और पूरे देश में हवाई अड्डों की संख्या में 74 से 140 तक वृद्धि हुई है।
इस दौरान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के साथ ही त्रिपुरा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
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Source : IANS