कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले साइंस स्ट्रीम के स्कूली छात्रों के लिए आईआईटी ने अपने परिसर खोले हैं। यह खास शुरूआत आईआईटी गांधीनगर ने की है।
आईआईटी गांधीनगर की इस नई शुरूआत के अंतर्गत अहमदाबाद और गांधीनगर क्षेत्र के 800 से अधिक स्कूली छात्र और शिक्षक विज्ञान जागरूकता सप्ताह की गतिविधियों में भाग ले रहे हैं।
यह आयोजन स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा है। इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा एसटीयूटीआई योजना के तहत वित्त पोषित किया गया है।
संस्थान ने स्कूली छात्रों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित सीखने को लोकप्रिय बनाने और उन्हें इन विषयों के विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से कई दिलचस्प और हेंड्स-ऑन गतिविधियों की व्यवस्था की है।
आईआईटी गांधीनगर के मुताबिक छात्रों को विभिन्न वैज्ञानिक प्रदर्शन देखने को मिलेंगे जैसे कि माचिस की तीली के बिना आग, ऑक्सीजन का उत्पादन, गायब स्टायरोफोम, कॉर्न ़फ्लौर का उपयोग कर गैर-न्यूटोनियन तरल पदार्थ, तरल नाइट्रोजन का उपयोग करके पिंग पोंग गेंदों का विस्फोट, भूकंप निर्माण मॉडल का प्रदर्शन, विद्युत चुंबकत्व, हॉल प्रभाव, तार लूप गेम, सूखी बर्फ की विशेषताएं, अ²श्य कांच, डायपर के अंदर झांकना और हाइड्रोजेल की अवधारणा, जटिलता के सिद्धांत, हाथी का टूथपेस्ट इत्यादि।
इसके अलावा, छात्र आईआईटी की प्रयोगशालाओं और खेल परिसर का भी दौरा कर रहे हैं। विभिन्न विषयों के आईआईटी के छात्र वैज्ञानिक प्रदर्शनों में स्वेच्छा से योगदान दे रहे हैं और प्रयोगशाला यात्राओं के दौरान छात्रों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम के तहत बीते 24 घंटे में लगभग 200 छात्रों ने अपने शिक्षकों के साथ आईआईटी का दौरा किया और गतिविधियों का भरपूर आनंद लिया। जवाहर नवोदय विद्यालय, गांधीनगर से 12वीं विज्ञान की छात्रा आस्था रावत ने कहा, मुझे आईआईटी गांधीनगर और विभिन्न प्रयोगशालाओं की इस यात्रा का वास्तव में आनंद आया। हम इतने सारे वैज्ञानिक प्रदर्शनों को व्यक्तिगत रूप से देख सकते हैं और बहुत कुछ सीख सकते हैं।
केंद्रीय विद्यालय, अहमदाबाद कैंटॉन्मेंट के कक्षा 11 विज्ञान के दो सहपाठियों आनंद और हिमांशु ने कहा, यहां नई प्रयोगशालाओं का दौरा करना और पाठ्यपुस्तकों के सिद्धांतों को वास्तविक वैज्ञानिक प्रयोगों में देखना बहुत अच्छा लगा। हमें वायर लूप गेम का प्रयास करने में मजा आया।
स्कूली छात्रों के लिए इस तरह के प्रदर्शन के महत्व पर जोर देते हुए, केन्द्रीय विद्यालय 1, गांधीनगर की रसायन विज्ञान की शिक्षिका सुश्री उजमा खान ने कहा, यह कार्यक्रम और यहां प्रदर्शित किया जा रहा प्रत्येक प्रयोग वास्तव में रसप्रद है। छात्रों के लिए यह देखना महत्वपूर्ण है कि पाठ्यपुस्तकों के बाहर सीखने पर विज्ञान कितना दिलचस्प और रोमांचक हो सकता है। यह छात्रों की जिज्ञासा को प्रज्वलित कर सकता है और उन्हें और अधिक जानने के लिए प्रेरित कर सकता है।
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Source : IANS